Bhagyank 4 : भाग्यांक 4 वाले क्यों जल्दी बदलाव नहीं कर पाते है ? जानिए वजह और उपाय|

भाग्यांक 4 के जातकों को देखा जाए तो ये हमेशा स्थिरता और लंबे समय तक टिकने वाली चीजों को ज्यादा महत्व देते हैं और ऐसी ही चीजों को पसंद करते हैं। ये ऐसी जिंदगी जीना पसंद करते हैं, जिसमें कम्फर्टेबल महसूस हो। इसी आदत की वजह से इन्हें जल्दी बदलाव करने में तकलीफ होती है। लेकिन भाग्यांक 4 के जातकों को इस बात को समझना होगा कि अगर बदलाव करने से डरेंगे, तो जिंदगी में आगे नहीं बढ़ पाएंगे। अगर अचानक बड़े बदलाव करने से डर लगता है, तो छोटे-छोटे बदलावों से शुरुआत करें, जैसे – अपनी बुरी आदतों को छोड़कर अच्छी आदतें अपनाने की कोशिश करें, अपने लुक पर ध्यान दें या अपनी डेली लाइफ में जितने भी अच्छे और छोटे-छोटे बदलाव कर सकते हैं, उतना करने की कोशिश करें।ऐसा करने से भाग्यांक 4 के लोगों को अचानक होने वाले बदलावों को स्वीकार करना आसान लगेगा। जब भी बदलाव करना जरूरी हो, तो उसे परेशानी की बजाय सीखने का नया मौका समझें। ऐसा करने से ही बदलाव को स्वीकार करने में आसानी होगी।

Bhagyank 4 hindi

भाग्यांक 4 के फैक्टस

  1. इंटेलेक्चुअल और स्मार्ट: भाग्यांक 4 के लोग बहुत ही स्मार्ट होते हैं और इनका दिमाग तेजी से काम करता है। इनके दिमाग में ऐसे-ऐसे आइडिया आते हैं, जो दूसरा सोच भी नहीं सकता। हमेशा भीड़ से अलग सोचना ही इनकी खूबी है |
  2. क्रिएटिव और आउट-ऑफ-द-बॉक्स थिंकर: ये हमेशा भीड़ से अलग सोचते हैं और हमेशा कुछ नया और क्रिएटिव करने के बारे में सोचते रहते हैं। इनका यही गुण इन्हें दूसरों से अलग बनाता है और बहुत आगे तक लेकर जाता है।
  3. टेक्निकल माइंड: इन्हें टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, डेटा एनालिसिस, कोडिंग, साइंस और रिसर्च जैसे काम करने में बहुत अच्छा लगता है।
  4. लॉजिकल: भाग्यांक 4 के व्यक्ति बहुत ही लॉजिकल होते हैं और किसी भी बात पर तभी भरोसा करते हैं, जब वे उस चीज के बारे में पूरी तरह से जान लें या उसे सही साबित करने का दूसरों के पास कोई प्रूफ हो।
  5. पर्सनल स्पेस: काम के समय किसी का दखल देना भाग्यांक 4 के लोगों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आता। इनका यही सोच रहती है कि न तो वे दूसरों के पर्सनल स्पेस में दखल देते हैं और न ही किसी को अपने पर्सनल स्पेस में दखल देने देते हैं।
  6. डेटा और फैक्ट्स: हमेशा जिस चीज के बारे में बात करते हैं, पहले उसके सारे फैक्ट्स और डेटा को पूरी तरह से जान लेते है और बाद में ही उसके बारें में बोलना पसंद करते है |
  7. मार्केटिंग और इनोवेशन: भाग्यांक 4 के जातक मार्केटिंग और इनोवेशन में बहुत माहिर होते हैं। इन्हें बहुत अच्छे से पता होता है कि दूसरों का ध्यान अपनी ओर कैसे खींचा जाए, और यही गुण वे मार्केटिंग और इनोवेशन जैसे फील्ड में इस्तेमाल करते है |
  8. फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस: ये लंबे समय तक नौकरी में टिककर नहीं रह सकते, इसलिए भाग्यांक 4 के जातक फाइनेंशियल इंडिपेंडेंट बनने के लिए कभी न कभी अपना बिजनेस शुरू करने या पैसिव इनकम के बारे में सोचते हैं।
  9. मिसअंडरस्टूड: इनकी सोच हमेशा भीड़ से अलग रहती है और ये पुरानी परंपराओं को ज्यादा फॉलो नहीं करते। इसी वजह से दूसरे लोग इन्हें गलत समझ लेते हैं। लेकिन कोई भी काम ये एक बार हाथ में ले लेते हैं, तो उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं।
  10. कम बोलना: ये हमेशा बहुत कम बातचीत करते हैं, लेकिन जितनी भी करते हैं, सोच-समझकर और मुद्दे की बात करते हैं। बेफिजूल की बातों में समय बर्बाद करना इन्हें बिल्कुल पसंद नहीं।

भाग्यांक 4 की कमजोरी

  • ज्यादा स्ट्रेटफॉरवर्ड: ये अपने दिल की बात बिना झिझक कह देते हैं, भले ही इससे दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचे। इनकी इसी आदत की वजह से कई लोग इनसे नाराज हो जाते हैं और कड़वा बोलने की वजह से दूसरे इन्हें पत्थरदिल समझ लेते हैं।
  • मिसअंडरस्टूड नंबर: अक्सर भाग्यांक 4 वालों को समझने वाले बहुत कम लोग होते हैं। ये भले ही बोलने में कड़वे लगें, लेकिन दिल से साफ होते हैं। हालांकि, कई बार इनकी बेबाक बातें सामने वाले को बुरी लग सकती हैं, इसलिए किसी भी बात को कहने से पहले इन्हें थोड़ा विचार करना जरूरी होता है, ताकि इनके रिश्ते में दूरी ना बनें |
  • कम इमोशनल एक्सप्रेशन: ये अपनी भावनाओं को दूसरों के सामने बहुत कम दिखाते हैं, जिसकी वजह से दूसरे इन्हें भावनाहीन समझ लेते हैं। इसी आदत की वजह से कई लोग इनके साथ दिल से जुड़ नहीं पाते है |
  • परंपराओं के खिलाफ जाने की प्रवृत्ति: हमेशा कुछ अलग करने की चाह में, जरूरत ना होने पर भी परंपराओं और रीति-रिवाजों के खिलाफ जाकर चीजों को करने की कोशिश करते हैं, और इसी आदत की वजह से दूसरे इन्हें पसंद नहीं करते हैं।
  • धैर्य की कमी: इन्हें किसी भी काम में जल्दी कामयाबी मिलने की उम्मीद होती है, और जब इन्हें ऐसा महसूस होता है कि इनके मन के मुताबिक काम नहीं हो रहे हैं, तो ये बेचैन होने लगते हैं।
  • अलग-थलग महसूस करना: इनकी सोच और आदतें हमेशा दूसरों से अलग रहती हैं, और कई बार तो ये किसी ग्रुप का भी हिस्सा नहीं होते हैं, इसलिए इन्हें अकेलापन महसूस हो सकता है।
  • सोशल लाइफ में परेशानी: बहुत ही ज्यादा लॉजिकल और प्रैक्टिकल होने की वजह से सोशल लाइफ में भी इन्हें बहुत ही ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय (REMEDY)

  • भाग्यांक 4 का स्वामी ग्रह राहू होता है, इसलिए राहू ग्रह के खराब होने पर ऊपर बताई गई बातें इनके अंदर नजर आने लगती हैं। इसलिए, समय रहते इसे ठीक करना जरूरी है। राहू ग्रह को अच्छा करने के लिए इसके मंत्र का जाप करना सबसे अच्छा माना जाता है। मंत्र का जाप शनिवार के दिन से शुरू करें और इसे रात के समय करें।
  • मंत्र का जाप दिन में कम से कम 21 बार, 51 बार या 108 बार करें।
  • मंत्र – “ॐ रां राहवे नमः”
  • हर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी राहू ग्रह शांत हो जाता है।
  • शनिवार और मंगलवार के दिन हनुमान जी को नारियल का दान करें।
  • अगर राहू ग्रह के बुरे प्रभावों को कम करना है, तो जितना हो सके, उतना ज्यादा सात्विक भोजन करें।
  • शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर जाकर काले तिल या काली उड़द हनुमान जी को चढ़ाएं।
  • मांस और शराब से जितना हो सके, उतना दूर रहने की कोशिश करें। दूसरों की चुगलियां करना और बेवजह झूठ बोलना बंद करें।

निष्कर्ष –

भाग्यांक 4 के जातकों को बदलाव करने में तकलीफ होती है। इन्हें ऐसा काम ज्यादा पसंद आता है, जिसमें कोई बदलाव ना हो। इनका दिमाग दूसरों के मुकाबले बहुत ही तेज काम करता है और दिमाग में यूनिक आइडिया भी आते हैं। इनकी थिंकिंग बहुत ही लॉजिकल होती है। ये चीजों पर तभी भरोसा करते हैं जब उसके बारे में पूरी तरह से जान लें। सुनी-सुनाई बातों पर ये जल्दी भरोसा नहीं करते हैं। अपने पर्सनल स्पेस में कोई दखल दे, यह इन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं आता है। ये अपनी जिम्मेदारी खुद उठाने में यकीन रखते हैं और नौकरी में बहुत कम बार ही टिक पाते हैं। एक समय बाद खुद का बिजनेस करने के बारे में जरूर सोचते हैं। लेकिन अगर इनका स्वामी ग्रह राहू खराब होता है, तो इसके भी कुछ गुण इनके अंदर दिखाई देने लगते हैं, जैसे कि ज्यादा स्ट्रेटफॉरवर्ड, कम इमोशनल एक्सप्रेशन, धैर्य की कमी, अकेलापन और सोशल लाइफ में परेशानी। ये सभी गुण भी इनके अंदर देखे जा सकते हैं।