भाग्यांक 4 के व्यक्ति हमेशा स्थिरता और लंबे समय तक टिके रहने वाली चीजों को ज्यादा पसंद करते हैं,| हमेशा ऐसी जिंदगी जीना पसंद करते हैं, जिसमें कम्फर्टेबल महसूस हो और एक जैसी ही जिंदगी लंबे समय तक चले, लेकिन भाग्यांक 4 वालों को इस बात को समझना होगा कि अगर वो बदलाव से डरेंगे, तो उनकी ग्रोथ रुक जाएगी। इसलिए बदलाव को अपनाने की आदत डालने के लिए अचानक से बड़े बदलावों की जगह छोटे-छोटे बदलाव करने की शुरुआत करें, जैसे कि अपनी डेली लाइफ में छोटे बदलाव लाना—कपड़ों की स्टाइल में थोड़ा चेंज करना, अपने बोलने के ढंग में थोड़ा बदलाव करना, जिससे कि दूसरों को भी आपको सुनने में मजा आए। जब आप छोटे-छोटे बदलावों को अपनाने लगेंगे, तो धीरे-धीरे बड़े बदलावों को भी अपनाने में आसानी होगी। हमेशा जब भी बदलाव करने की जरूरत पड़े, तो उसे नए बदलाव की तरह देखें, न कि किसी परेशानी की तरह। जब आप बदलाव को एक ऑपर्च्युनिटी की तरह देखेंगे, तो आपको भी नई चीजों के बारे में सीखने का मौका मिलेगा और खुद को पहले से ज्यादा बेहतर बना पाएंगे।

भाग्यांक 4 के लिए सलाह
- भाग्यांक 4 के जातकों में कई बार यह देखा गया है कि वो अपनी जिंदगी में अच्छे से ज्यादा बुरी चीजों की तरफ ध्यान देते हैं,ऐसा ही चलता रहा तो उनकी सोच नकारात्मक हो सकती है, इससे बचने के लिए इनको हमेशा अपने पास पहले से जो चीजें हैं, उनके ऊपर ध्यान देने की जरूरत है, जिससे कि इनका एक पॉजिटिव माइंडसेट तैयार होगा, जिससे कि कितनी भी बुरी परिस्थिति क्यों ना हो, आपकी सकारात्मक सोच की वजह से उससे भी बाहर निकल आएंगे।
सलाह – जो अच्छी चीजें आपके पास हैं, उनके ऊपर ध्यान देने की कोशिश करें।
भाग्यांक 4 वालों का स्वामी ग्रह राहू है, जो कि हमेशा जो चीजें हैं, उन्हें एक्सपैंड करने के लिए जाना जाता है, इसलिए इन लोगों में बहुत बार देखा गया है कि यह छोटी-छोटी बातों को लेकर तनाव लेने लगते हैं या एकदम से ऐसे हो जाते हैं कि इनको किसी भी बात से बिल्कुल भी कोई फर्क नहीं पड़ता है, इसीलिए उन बातों पर जरूर ध्यान दें, जो कि जरूरी हैं और ऐसी चीजों के बारे में कम सोचें, जिनसे आपकी लाइफ में ज्यादा फर्क नहीं पड़ता हो।
सलाह – जरूरी चीजों पर ध्यान दें, बेफिजूल की बातों पर नहीं।
भाग्यांक 4 के जातकों में कई बार यह देखा गया है कि छोटी-छोटी बातों को लेकर इनको गुस्सा आने लगता है और कभी बिना वजह के चिड़चिड़ापन भी महसूस होता है, इससे इनके रिश्ते और काम खराब हो सकते हैं, इन्हें हमेशा इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि अगर दूसरों की छोटी-छोटी बातों को लेकर यह गुस्सा करेंगे, तो इन्हें कुछ वक्त बाद अकेलेपन का सामना करना पड़ सकता है। अपने गुस्से और भावनाओं को कंट्रोल करने के लिए अपने डेली रूटीन में योग और मेडिटेशन करना शुरू करें, भाग्यांक 4 और मूलांक 4 के जातकों के लिए मेडिटेशन उनके मेंटल हेल्थ के लिए एक संजीवनी है, क्योंकि मेडिटेशन करने से राहू का बुरा प्रभाव कम होता है।
सलाह – अपने डेली रूटीन में योग और मेडिटेशन को जरूर शामिल करें।
भाग्यांक 4 के जातक राहू के अति प्रभाव से कई बार बड़े फैसले जल्दबाजी में ले सकते हैं, इसलिए हमेशा इनको इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि जब भी कोई ऐसा फैसला हो, जिससे कि आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में इसका बड़ा असर पड़े, तो ऐसे फैसले लेते समय दूसरों की राय जरूर लें और हमेशा कैलकुलेटेड रिस्क लेना सीखें।
सलाह – कोई भी बड़ा निर्णय लेते समय दूसरों की राय जरूर लें और किसी भी काम में कैलकुलेटेड रिस्क जरूर लें।
राहू ग्रह को मन को भटकाने के लिए जाना जाता है, इसलिए हमेशा अपनी आदतों और विचारों के ऊपर ध्यान दें, वरना इसके बुरे प्रभाव से आप जल्दबाजी में निर्णय लेंगे या अपने निर्णय बदलते रहेंगे, यह सब राहू के बुरे प्रभाव के कारण होता है, ऐसे में राहू के उपाय करना बेहद जरूरी है।
सलाह – अपने मन को भटकने ना दें।
कामों को टालना या आलसी होना, इन सब आदतों की वजह से हर किसी के हाथ से बहुत सी ऑपर्च्युनिटी चली जाती है, इसलिए अपने अंदर के उस आलस्यपन का त्याग करें, कैसे काम से अपनी जिंदगी और बेहतर बनाई जा सकती है, इसके बारे में सोचें और हमेशा एक डिसिप्लिन में रहने की आदत डालें।
सलाह – कामों को टालना बंद करें।
भाग्यांक 4 के जातकों में देखा गया है कि स्वभाव से थोड़े कठोर होते हैं, दूसरों की भावना और बातों की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। बदलाव और दूसरों के विचारों और भावनाओं का सम्मान करना सीखें, ज्यादा पत्थर दिल बनने से आपके करीबी लोग दूर जा सकते हैं।
सलाह – दूसरों की भावना और विचारों को समझने की कोशिश करें।
कई बार देखा गया है कि भाग्यांक 4 के जातक दूसरों पर ज्यादा ही निर्भर होने लगते हैं, जिससे कि वो अपनी पर्सनल लाइफ के लिए भी दूसरों पर डिपेंड होने लगते हैं, इसलिए अपने निर्णय खुद लेने की हिम्मत रखें और अपनी काबिलियत पर भरोसा रखें।
सलाह – अपने फैसले खुद लेना सीखें।
राहू ग्रह के बुरे प्रभाव के कारण कई बार भाग्यांक 4 वालों का मन अनावश्यक डर और डाउट में भरा रहता है, जिससे कि कोई नया काम शुरू करने से पहले ही इनके मन में बुरे विचार आने लगते हैं और यह कोई नया काम शुरू करने से पहले डरते हैं, ऐसे में यह हमेशा कोई भी नया काम शुरू करने से पहले अपने करीबी और उस फील्ड के एक्सपर्ट से बातचीत करें और अगर कोई बड़े फैसले लेने से डर लगता है, तो छोटे-छोटे फैसले लेने से शुरू करें।
सलाह – अपने डर और वहम से बाहर निकलकर जीना सीखें।
निष्कर्ष –
भाग्यांक 4 के जातकों को ज्यादा बदलाव पसंद नहीं है, इन्हें हमेशा ऐसी चीजें पसंद आती हैं, जो स्थायी और स्थिर हों, जिनमें बार-बार कोई बदलाव करने की जरूरत ना पड़े, फिर वो काम हो या इनकी आदतें। इनका स्वामी ग्रह राहू होता है, और राहू चीजों को एक्सपैंड करने के लिए जाना जाता है, फिर वो अच्छी बात हो या बुरी। इसलिए, हमेशा राहू के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए मेडिटेशन करना बहुत ही जरूरी है। जिंदगी के बड़े फैसले लेते समय इनको इस बात का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है कि यह भावना में बहकर कोई निर्णय ना लें |
हमने भाग्यांक 4 के बारे में जो भी जानकारी दी है, उसके लिए हमने बहुत रिसर्च और अभ्यास किया है। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, जिससे कि हमें यह पता चले कि हमारा किया हुआ अभ्यास और रिसर्च आपके कितनी काम आई है और दी गई जानकारी में से आप कितनी बातों से जुड़ पाते हैं। आपका एक कमेंट हमें बेहतर तरीके से काम करने में म|दद करेगा। भाग्यांक 4 के बारे में और जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। यह भी आपको जानना जरूरी है कि जब भी आपकी कुंडली देखी जाती है, तो सिर्फ आपका भाग्यांक नहीं देखा जाता है, उसके साथ-साथ आपकी राशि, मूलांक , आपका गण कौन सा है (मनुष्यगण है या राक्षसगण), आपका तत्व कौन सा है (अग्नि है या जल तत्व है?), आप किस नक्षत्र में पैदा हुए हैं, इस सबके बारे में देखा जाता है। तो इससे आपको अपने पूरे स्वभाव के बारे में पता चल सकता है। तो आप हमारे साथ जुड़े रहें, जिससे कि आप इन सब के बारे में भी जान सकें और इन्हीं बातों को जानकर जिंदगी को और बेहतर बना सकें। और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सभी लोगों को सद्बुद्धि दें, सबका अच्छा हो, और सभी लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए जीवन में आगे बढ़े और भाग्यांक 4 से जुड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें, और प्रेम से बोलें “राधे राधे”।