Bhagyank 9 : भाग्यांक 9 वालों को क्यों आता है इतना गुस्सा ? जानिए वजह और उपाय|

भाग्यांक 9 के जातक का स्वामी ग्रह मंगल होता है, और मंगल जिसके भी साथ जुड़ता है, उसके अंदर ऊर्जा, साहस और डिसप्लिन जरूर होता है। भाग्यांक 9 के व्यक्ति बहुत ही ऊर्जावान होते हैं, और किसी भी काम या चीज को लेकर दूसरों से ज्यादा उम्मीद लगा बैठते हैं। लेकिन अगर काम पूरा नहीं होता है, तो इनके अंदर की एनर्जी गुस्से के रूप में बाहर निकलती है। वैसे देखा जाए, तो मंगल ग्रह खराब होने पर भी व्यक्ति को ज्यादा गुस्सा आता है। भाग्यांक 9 वालों को अपने गुस्से पर कंट्रोल रखने के लिए अपने डेली रूटीन में योग और मेडिटेशन को जरूर शामिल करना चाहिए मंगल ग्रह को ठीक करने के लिए हररोज हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी के दर्शन के लिए जाएं। यदि हर दिन जा नहीं सकते है, तो कम से कम मंगलवार के दिन जरूर जाएं इससे धीरे-धीरे मंगल ग्रह ठीक हो जाएगा

Bhagyank 9 hindi

भाग्यांक 9 के फैक्टस

  • समाज सेवा की भावना: भाग्यांक 9 के जातक हमेशा समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं। जितना इनसे संभव होता है, उतना सामाजिक कार्यों को करने की पूरी कोशिश करते हैं, और छोटे-मोटे सामाजिक कार्यों से समाज के साथ जुड़े रहते हैं। पालतू जानवरों के प्रति भी इनका लगाव होता है, और अपने घर में कोई ना कोई पालतू जानवर तो ये जरूर रखते हैं।
  • मजबूत इच्छाशक्ति: इनकी विल पावर बहुत ही स्ट्रॉंग होती है, और किसी भी तरह के काम में ये जल्दी हार नहीं मानते।
  • फिटनेस: ये अपनी फिटनेस का सबसे ज्यादा ध्यान रखते हैं, और हमेशा हेल्थी लाइफस्टाइल को फॉलो करना पसंद करते हैं।
  • लीडरशिप क्वालिटी: भाग्यांक 9 के लोगों में लीडरशिप क्वालिटी होती है, और इन्हें टीम को लीड करना बहुत ही अच्छा लगता है। कठिन परिस्थितियों में भी ये अपनी टीम का साथ नहीं छोड़ते हैं।
  • साहसी काम: इन्हें ऐसे काम पसंद होते हैं, जिनमें कोई एडवेंचर हो, कुछ नया और अलग करने को मिले।
  • फ्रीडम लवर: भाग्यांक 9 वालों को अपनी स्वतंत्रता बहुत ही प्यारी होती है। किसी के दबाव में रहकर कोई काम करना इन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं है।
  • मददगार स्वभाव: ये दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं, और हमेशा जितना हो सकता है, दूसरों की मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं। इन्हीं के इसी स्वभाव की वजह से भी इन्हें नए-नए मौके मिलते हैं।
  • रिस्क-टेकिंग नेचर: भाग्यांक 9 वाले चुनौतियों का सामना करने से बिल्कुल भी नहीं डरते हैं। अगर इनको कुछ करने का मौका मिल जाता है, तो उसके लिए सोच-समझकर रिस्क लेने से ये बिल्कुल भी नहीं डरते हैं। इनका यही गुण इन्हें जिंदगी में आगे ले जाता है।

भाग्यांक 9 की कमजोरी

  • गुस्सा करना: ऐसा कहा जा सकता है कि भाग्यांक 9 के लोगों में सबसे ज्यादा यह आदत देखी जाती है, और गुस्से की वजह से ही इनके हाथ से मौके निकल जाते हैं, और बहुत से रिश्ते भी टूट सकते हैं।
  • जिद्दी स्वभाव: यदि ये किसी चीज को करने की ठान लें, तो फिर किसी की भी नहीं सुनते। ये अपनी जिद को किसी भी हालत में पूरा करने के बारे में ही सोचते रहते हैं।
  • इमोशनल: अपनी भावनाओं में बहकर निर्णय लेते हैं, और उसके अच्छे-बुरे परिणामों के बारे में बहुत ही कम सोचते हैं।
  • जल्दबाजी करना: निर्णय लेते समय या कोई काम करते समय बिना जरूरत भी जल्दबाजी करते हैं।
  • असंतुष्ट रहना: हमेशा सब कुछ मिलने के बाद भी इन्हें जिंदगी में किसी चीज की कमी महसूस होती है, और जो चीजें पहले से इनके पास होती हैं, उनके ऊपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं।
  • गलत संगत: इनको इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि इनका उठना-बैठना अच्छे लोगों के साथ हो, क्योंकि इनके दोस्तों और संगति का इन पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ता है। यदि ये किसी बुरी संगत में फंस गए, तो ये जिंदगी में बुरे रास्ते पर जा सकते हैं।

उपाय (REMEDY)

  • भाग्यांक 9 वालों का स्वामी ग्रह मंगल ग्रह होता है, और ऊपर बताई गई कमज़ोरियां इनके अंदर तभी दिखाई देती हैं, जब इनका मंगल ग्रह कमजोर होता है। इसलिए जिंदगी में संतुलन लाने के लिए आगे दिए गए मंगल ग्रह के उपाय कर सकते हैं।
  • मंगल ग्रह का दिन मंगलवार माना जाता है, इसलिए मंगलवार को उपवास करने से मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
  • मंगल ग्रह के देवता हनुमान जी माने जाते हैं, इसलिए हर रोज हनुमान जी के मंदिर में उनके दर्शन के लिए जाएं। अगर हर रोज नहीं जा सकते हैं, तो मंगलवार के दिन जरूर जाएं। या मंगलवार के दिन हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दिया जलाएं।
  • हनुमान चालीसा का हर रोज पाठ करें। ऐसा करने से भी मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
  • मंगल ग्रह को शरीर में मांसपेशियों के साथ जोड़ा जाता है, इसलिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • मंगल ग्रह के दोषों को कम करने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष पहनना भी अच्छा माना जाता है।

निष्कर्ष –

भाग्यांक 9 के बारे में हमने ये जाना कि इनका स्वामी ग्रह मंगल होता है, जिसकी वजह से मंगल ग्रह के बहुत से गुण इनके अंदर देखे जाते हैं, जैसे कि दूसरों के मुकाबले ये ज्यादा एक्टिव रहते हैं, और इनके अंदर कुछ कर दिखाने की ऊर्जा भी ज्यादा होती है। साहसी काम करना ये पसंद करते हैं, और हमेशा अपनी मर्जी से जीना पसंद करते हैं। इनकी विल पावर भी बहुत ही ज्यादा मजबूत होती है, और बुरे से बुरे हालात में भी ये जल्दी गिव अप नहीं करते हैं। ये अपने फिटनेस को लेकर बहुत ही ज्यादा सीरियस होते हैं, और एक हेल्दी रूटीन में जीना पसंद करते हैं। अगर इन्हें कुछ बड़ा करने का मौका मिले, तो रिस्क लेने से बिल्कुल भी नहीं डरते हैं। लेकिन अगर इनका स्वामी ग्रह मंगल कमजोर होता है, तो बहुत सी कमियां भी इनके अंदर देखी जा सकती हैं, जैसे कि गुस्सा करना, जल्दबाजी करना, और जिद्दी स्वभाव। ये सभी बुरी आदतें इनके अंदर देखी जा सकती हैं।