KETU PLANET : केतु ग्रह खराब होने पर व्यक्ति नहीं बता पाता दूसरों को अपने दिल की बात जानिए उपाय देर होने से पहले |

केतु ग्रह खराब होने पर व्यक्ति अपने दिल की बात किसी को बता नहीं पाता है। ऐसा व्यक्ति मन ही मन में घुटता रहता है, लेकिन अपने मन की बात खुलकर किसी से कह नहीं पाता। खराब केतु का ये भी लक्षण है की ऐसा व्यक्ति ना ही अपने लिए अच्छा सोच पाता है और हमेशा एक नेगेटिव सोच में ही उलझा रहता है। तो इसमें सबसे आसान उपाय है की ऐसा व्यक्ति अपने कानों में सोना पहन ले। ऐसा करने से केतु ग्रह से जुड़ी दिक्कतें धीरे-धीरे खत्म होने लगेंगी। अब केतु ग्रह के खराब होने के और भी लक्षणों के बारे में जानते हैं।

केतु-ग्रह-के-उपाय

खराब केतु के लक्षण

  1. अबॉर्शन : खराब केतु का सबसे बड़ा लक्षण है की बच्चा होने में कोई ना कोई दिक्कत जरूर होती है जैसे की प्रेग्नेंट होने में दिक्कत आती है या प्रेग्नेंट होने के बाद भी अबॉर्शन बार-बार होता है, मतलब एक तरह से बच्चा ना होने की सारी दिक्कतें केतु खराब होने के लक्षण होते हैं।
  2. पैरों में चोट : हमेशा पैरों में चोट लगना भी खराब केतु की ही निशानी है।
  3. बेटे को दिक्कत : जिसका भी केतु ग्रह खराब होता है, ऐसे व्यक्ति के बेटे को कोई ना कोई परेशानी हमेशा रहती है और किसी ना किसी वजह से बेटा कोई ना कोई मुश्किल में हमेशा फंसता है या बेटा ही खुद आपको हमेशा तकलीफ देता है, तो भी कुंडली में केतु ग्रह खराब ही है।
  4. सोचने-समझने में दिक्कत : केतु खराब होने पर व्यक्ति को दूसरों की बातों को समझने में दिक्कत आती है और व्यक्ति “क्यों क्या करें और क्या नहीं”, इस बात को लेकर हमेशा परेशानी में रहता है।
  5. कुछ भी करने का मन ना करना : ऐसा व्यक्ति सिर्फ ज्यादा सोचता रहता है लेकिन कुछ भी नहीं करता है। हमेशा सोचते रहना और कामों को टालते रहना भी ये केतु के खराब ग्रह का लक्षण है।
  6. नास्तिक : भगवान को ना मानना ये खराब केतु के लक्षण हैं।
  7. गलती ना मानना : झूठ बोलना और अपनी गलती होने पर भी उसको स्वीकार ना करना ये सब खराब केतु की निशानी है।
  8. बेफिजूल का डर : हमेशा मन में डर लगा रहना जैसे की “मुझे कुछ बीमारी ना हो जाए” या “मेरा एक्सीडेंट ना हो जाए” या “मेरी जिंदगी में कोई परेशानी ना आ जाए”, ये सब खराब केतु की निशानी है।
  9. नशीली चीजें : केतु खराब होने पर व्यक्ति ज्यादा शराब पीने और किसी भी प्रकार के ज्यादा नशे करने लगता है।
  10. पालतू जानवर : जिनका भी केतु खराब होता है, उनके घर में पालतू जानवरों की हमेशा मौत होती है।
  11. रिजल्ट ना मिलना : बहुत सारे उपाय कर लिए, बहुत सारे तरीके आजमा लिए, लेकिन मनचाहा रिजल्ट नहीं मिल रहा है, तो केतु खराब है।
  12. घर में दीवारों पर दरारे : घर में दीवारों पर दरारे आना भी खराब केतु की निशानी है।
  13. बीमारी : नाभि के नीचे जितनी भी बीमारियाँ होती हैं, वो केतु ग्रह खराब होने पर होती हैं, और खासकर प्राइवेट पार्ट से जुड़ी बीमारियाँ और किडनी स्टोन जैसे प्रॉब्लम्स होना।
  14. सीलन : बारिश के मौसम में घर में छत से पानी गिरने लगता है, घर में सीलन पड़ने लगती है।
  15. निंदा होना : दूसरे लोग हमेशा निंदा करते हैं, हमेशा मजाक उड़ाते हैं आपकी काबिलियत को लेकर, तो समझ जाइए की केतु खराब है।
  16. डरावने सपने : रातभर डरावने सपने आना और रातभर नींद ना आना ये भी खराब केतु की ही निशानी है।
  17. उपाय करते रहना : ऐसा व्यक्ति बिना अपने गुरु या किसी सही व्यक्ति की सलाह लिए खुद ही उपाय करने लगता है।
  18. घर ना बनना : केतु खराब होने पर व्यक्ति का घर जल्दी नहीं बन पाता है या घर बनाना शुरू तो किया है लेकिन कुछ ना कुछ दिक्कतें घर बनने से पहले आ ही जाती हैं।

खराब केतु के उपाय

  1. अपने कानों के पीछे केसर का तिलक लगाए।
  2. कानों में सोना पहने।
  3. नॉर्थ ईस्ट की तरफ अपना मुँह करके मेडिटेशन करें।
  4. स्ट्रीट डॉग को खाना खिलाए।
  5. गले में सोने की चैन पहनने से गुरु और केतु दोनों ही ग्रह अच्छे होते हैं, लेकिन जिस व्यक्ति को भी ज्यादा गुस्सा आता है ऐसे व्यक्ति को सोना नहीं पहनना चाहिए।
  6. हररोज गणेश जी के मंदिर में उनके दर्शन के लिए जाए और उनको दूर्वा अर्पित करें।
  7. बासी खाना और तीखा खाना बिल्कुल भी ना खाए।
  8. गणेश रुद्राक्ष को बुधवार के दिन लाल धागे में पहनने से भी केतु के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
  9. नौ मुखी का भी रुद्राक्ष जरूर धारण कर सकते हैं।
  10. हमेशा अपने कुलदेवी की आराधना जरूर करें।

निष्कर्ष –

आज हमने केतु ग्रह के बारे में जाना कि इसके खराब होने पर व्यक्ति के अंदर कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे कि व्यक्ति अपने मन की बात दूसरों को कह नहीं पाता है, या बचपन से लेकर हमेशा इसको परेशानी होती रहती है, और ऐसा व्यक्ति सोचता तो बहुत है लेकिन करता कुछ भी नहीं है। इसके उपाय में सबसे अच्छा और आसान उपाय है गणेश जी की आराधना करना और उन्हें हर बुधवार मंदिर में जाकर दूर्वा अर्पित करना।