अगर किसी की पूरी जन्मतारीख को मिलाकर अंक 4 आता है, तो उनका भाग्यांक 4 है। भाग्यांक 4 के व्यक्ति राहू से रूल होते हैं। भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति हमेशा भीड़ से हटकर सोचते हैं। दूसरों से अलग सोचना भी भाग्यांक 4 वालों की खूबी होती है। इनके लिए अपनी फॅमिली पहली प्राइऑरटी होती है। जब भी ये किसी काम को करने की ठान लेते हैं, तो उसे किसी भी हालत में पूरा करते ही हैं, फिर चाहे उसे करने के लिए इन्हें 2 बार या 10 बार प्रयास करना पड़े। ये कभी भी किसी को जल्दी माफ नहीं करते हैं और हमेशा लोगों द्वारा इनके साथ जो भी बुरा किया गया हो, या अगर धोखा भी दिया गया हो, तो उसे भी याद रखते हैं।आइए, अब भाग्यांक 4 के गुण और अवगुण, स्वामी ग्रह के उपाय और उनके जीवन में कौन से बदलाव करना जरूरी है, इसके बारे में अच्छे से जानते हैं।
भाग्यांक 4 के गुण
- किसी भी काम को योजना के साथ करना, काम पूरा होने तक उसमें डटे रहना और हमेशा काम की पूरी जिम्मेदारी उठाना और हमेशा भीड़ से अलग सोचकर किसी भी समस्या का समाधान निकालना आपको बहुत ही अच्छे से आता है।
- इनको कल्पना मै जीने से ज्यादा हमेशा तर्कसंगत और व्यावहारिक दृष्टिकोण को अपनाते हैं और चीजों के बारे मै कम सोचकर ज्यादा काम करते हैं।
गुण – सोचना कम और काम ज्यादा करना। - भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति बहुत ही धैर्यवान होते हैं और हमेशा किसी भी परस्थिति मै जल्दी हार नहीं मानते हैं, हमेशा डटे रहते हैं।
गुण – धैर्यवान। - यह बहुत ही जिम्मेदार और भरोसेमंद होते हैं, हमेशा किसी भी काम को आप पूरी मेहनत से और पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करते हैं।
गुण – जिम्मेदार और भरोसेमंद। - भाग्यांक 4 के व्यक्ति बहुत ही स्थिर होते हैं। हमेशा अपने विचारो को एक जैसा रखते हैं, बार-बार किसी के कहने पर या किसी वजह से यह जल्दी निर्णय नहीं बदलते हैं।
गुण – स्थिर रहना। - भाग्यांक 4 के व्यक्ति बहुत ही वफादार होते हैं और अपने परिवार और दोस्तों से हमेशा दिल से जुड़े हुए होते हैं।
गुण – रिश्तों के प्रति वफादार। - परस्थिति कैसी भी हो, आप समस्या का हल ढूंढ ही लेते हैं। भाग्यांक 4 वालों की यही ताकत है, किसी भी तरह से समस्या का हल ढूंढ ही लेते हैं।
गुण – समस्या का हल ढूंढना। - भाग्यांक 4 वाले किसी काम को शुरू करने से पहले, उसे करने की पूरी योजना बना लेते हैं, जिसकी वजह से यह आप काम को आसानी और जल्दी पूरा कर लेते हैं।
गुण – काम करने की योजना बनाना।
अगर भाग्यांक 4 के जातक का स्वामी ग्रह राहू अच्छे से संतुलित है या नहीं, यह आपको जानना है, तो हमने जो भी अवगुण और बुरी आदतों के बारे में बताया है, वह इनके अंदर दिखाई देंगी और यह इनके स्वामी ग्रह के संतुलित ना होने के लक्षण हो सकते हैं।
भाग्यांक 4 के अवगुण
- कई बार भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति अपने ही विचारों में खोए रहते हैं, जिसकी वजह से कोई बड़ा निर्णय लेने में बहुत देर लगा देते हैं। यह अधिक सोचने की आदत इन्हें एक संकोची बना सकती है।
अवगुण – अधिक सोचना। - कई बार भाग्यांक 4 वाले अपनी ही बातों पर अड़े रहते हैं और दूसरों की राय पर ध्यान नहीं देते। जिसकी वजह से कई बार लोग इन्हें सलाह देने से भी कतराते हैं।
अवगुण – अपनी बातों पर अड़े रहना। - हर समस्या का हल खुद ही निकालने की आदत होती है, जिसकी वजह से भाग्यांक 4 जरूरत होने पर भी किसी दूसरे की मदद नहीं लेते और उसी समस्या में बहुत देर तक घिरे रहते हैं। दूसरों से मदद माँगने में इन्हें परेशानी होती है।
अवगुण – जरूरत पड़ने पर भी दूसरों की मदद नहीं लेना। - कई बार इनकी व्यावहारिकता की वजह से भाग्यांक 4 दूसरों की भावनाओं को समझ नहीं पाते, जिससे यह भावनात्मक मुद्दों को नजरअंदाज कर देते हैं। इस कारण दूसरों को ऐसा लगता है कि भाग्यांक 4 उन्हें अहमियत नहीं देते।
अवगुण – दूसरों की भावना को समझ नहीं पाना। - आपकी आदत होती है कि नए विचारों और आदतों को अपनाने में भाग्यांक 4 को मजा नहीं आता, जिसकी वजह से वे अपनी पुरानी आदतों में ही संतुष्ट रहते हैं, जिससे वे कुछ नया सीख नहीं पाते।
अवगुण – नए विचार और आदतों को न अपनाना। - भाग्यांक 4 कई बार अपने ही विचारों में खोए रहते हैं, जिसकी वजह से नए लोगों से मिलना और किसी सामाजिक चीजों में भाग लेना बहुत ही कम होता है। नए लोगों से बातचीत करना इन्हें कठिनाईपूर्ण महसूस हो सकता है।
अवगुण – सामाजिकता की कमी। - अगर इनके ऊपर जिम्मेदारी और काम का अधिक भार हो, तो इन्हें गुस्सा बहुत जल्दी आता है और इनका अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रहता।
अवगुण – जल्दी तनाव आना और भावना पर कम नियंत्रण। - इन्हें अपने कम्फर्ट जोन में रहकर काम करना पसंद होता है। इसलिए, अगर कोई अच्छा और बड़ा काम भी आए जो उनके कम्फर्ट जोन से बाहर हो, तो वे उसे नहीं करते। इस वजह से भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ने के कई मौके गवां देते हैं।
अवगुण – अवसरों को गवाना।
हमने जो भी आपको करियर ऑप्शन्स दिए हुए हैं, वे आपकी आदतों से मिलते-जुलते हैं या आपको इस तरह का काम करना पसंद हो सकता है। अगर इनमें से दिए करियर ऑप्शन्स आपको अच्छे लगते हैं, तो आपको इन्हें जरूर चुनना चाहिए।
भाग्यांक 4 के करियर
- भाग्यांक 4 वालों को संगठित और अनुशासन में जिंदगी जीना पसंद होता है, इसलिए वे किसी भी तरह की सरकारी नौकरी या स्पोर्ट फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।
फील्ड – सरकारी नौकरी, स्पोर्ट। - इन्हें हमेशा नई चीजों को जानने में रुचि होती है, इसलिए ये रिसर्च सेंटर या किसी मेडिकल फील्ड में, जहाँ हर बार कुछ नया सीखने को मिलता है, अपना अच्छा करियर बना सकते हैं।
फील्ड – रिसर्च सेंटर, मेडिकल फील्ड। - इनके अंदर तकनीकी चीजों को समझने की अच्छी सूझबूझ होती है और ऐसी चीजों को ये आसानी से सीख लेते हैं। इसलिए ये आईटी, इंजीनियरिंग, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट जैसे फील्ड में अच्छा करियर बना सकते हैं।
फील्ड – आईटी, इंजीनियरिंग, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट। - ये हमेशा योजना बनाकर काम करते हैं और पैसों के मामले में सतर्क रहते हैं। इसलिए ये वित्त, लेखा, बैंकिंग, और चार्टर्ड अकाउंटेंसी में अपना अच्छा करियर बना सकते हैं।
फील्ड – वित्त, लेखा, बैंकिंग, और चार्टर्ड अकाउंटेंसी। - ये क्रिएटिव भी होते हैं और चीजों को बारीकी से देखने की आदत होती है। इसलिए ये वास्तुकला और इंटीरियर डिजाइन जैसे फील्ड में भी अच्छा करियर बना सकते हैं।
फील्ड – वास्तुकला, इंटीरियर डिजाइन। - जो भी काम ये लेते हैं, उसे पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करते हैं और इन्हें अनुशासन में जीने की आदत होती है। इसलिए पुलिस या आर्मी भी इनके लिए एक अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है।
फील्ड – पुलिस, आर्मी।
करियर चुनते वक्त आपको इस बात का ध्यान देना है कि आपको जो भी हमने फील्ड बताई है, जरूरी नहीं कि आप सिर्फ इसे ही चुनें। अगर आपको कोई ऐसी फील्ड पसंद है जो कि हमने आपको बताई नहीं, तो आप उसे भी चुन सकते हैं, क्योंकि हम अक्सर वहीं अच्छा काम और करियर बना पाते हैं, जो हमारी पसंद का हो।
हमारे द्वारा दिए गए उपाय और रेमेडी भाग्यांक 4 स्वामी ग्रह राहू को बैलन्स करने के लिए हैं, जिन्हें आप कम समय में और आसानी से कर सकते हैं। यदि आप इन्हें नियमित रूप से करते हैं, तो एक-दो हफ्ते में ही आपको सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे।
भाग्यांक 4 के लिए उपाय
- भाग्यांक 4 वालों का स्वामी ग्रह राहू है, जिसकी वजह से भाग्यांक 4 वाले राहू के बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप दिन में कम से कम 21 बार, 51 बार या 108 बार करें।
मंत्र – “ॐ रां राहवे नमः” - हर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- राहू ग्रह को शांत करने के लिए शनिवार के दिन नारियल का दान करें।
- जितना आप सात्विक भोजन करेंगे, उतना ही राहू ग्रह आपके लिए अच्छा होता जाएगा।
- गाय को हरा चारा खिलाएँ।
- शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर काले तिल या काली उड़द उन्हें अर्पित करें।
- मांस और शराब का पूरी तरह से त्याग करें।
अभी हमने आपको जो भी सलाह दी है, वह आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में आपको किन चीजों पर काम करने की जरूरत है, उसके बारे में है। जब तक आप नीचे दी गई बातों पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक आपके जिंदगी मै अच्छा और सकारात्मक परिणाम लाना आपके लिए कठिन हो सकता है, क्योंकि बहुत बार सिर्फ नीचे दी गई आदतों की वजह से ही आपके जीवन में अशांति और असफलता हो सकती है। तो जो भी सलाह दी है, उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें।
भाग्यांक 4 के लिए सलाह
- हमेशा अपने ही विचारों और राय को सही न मानें। दूसरों की राय और बातों को सुनने और समझने की कोशिश करें। अत्यधिक कठोरता न रखें, क्योंकि इससे आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं।
सुधार का क्षेत्र – जीवन में थोड़ा लचीलापन लाएँ और नए विचारों को अपनाने की कोशिश करें। - भाग्यांक 4 वालों का स्वामी ग्रह राहू होता है, जिसकी वजह से ये अधिक सोचने लगते हैं और छोटी-छोटी बातों का भी तनाव लेने लगते हैं। इसलिए अपनी इस आदत को नियंत्रण में रखने का प्रयास करें और अपनी इस ऊर्जा को सकारात्मकता में लगाएँ।
सुधार का क्षेत्र – छोटी-छोटी बातों को लेकर विचार कम करें। - जितना हो सके, बुरी चीजों और आदतों से दूर रहें। शुरू-शुरू में ऐसी आदतें आपको मजा देती होंगी, लेकिन आगे चलकर राहू की वजह से यह आदतें आपके मानसिक तनाव का कारण बन सकती हैं।
सुधार का क्षेत्र – बुरी आदतों और चीजों से दूर रहें। - जितना आप डिसिप्लिन में रहकर अपनी जिंदगी को जिएँगे, उतना ही राहू आपके लिए अच्छा होता जाएगा। जैसे समय पर खाना, समय पर सोना, और समय पर उठना। इन सब बातों से राहू का सकारात्मक प्रभाव बढ़ने लगता है और आप मानसिक रूप से स्थिर होने लगते हैं।
सुधार का क्षेत्र – अनुशासन में जीना शुरू करें। - हर रोज ध्यान और योग करें और आध्यात्मिक बातों में रुचि लें, जिससे राहू शांत होगा और आपको मानसिक रूप से शांति भी मिलेगी।
सुधार का क्षेत्र – ध्यान, योग और भक्ति करें। - जितना हो सके, अपने मन को भटकने न दें और इसे सही कामों में लगाएँ, जिससे आप जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ें।
सुधार का क्षेत्र – हमेशा सही काम करने की कोशिश करें। - जितना हो सके, नए लोगों से मिलें, नई चीजें करें और नएपन को अपनाने की कोशिश करें।
सुधार का क्षेत्र – नएपन को अपनाने की कोशिश करें।
यदि आपका जीवनसाथी भाग्यांक 4 का है, तो नीचे दी गई जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है। क्योंकि उनके स्वभाव को अच्छी तरह समझने के बाद न केवल आप उन्हें बेहतर ढंग से समझ पाएंगे, बल्कि उन्हें बेहतर ढंग से समझा भी पाएंगे, और आपके जीवनसाथी को ऐसा लगेगा कि आप उन्हें समझते हैं। इससे आपका और उनका रिश्ता और बेहतर और गहरा बनता जाएगा। इसलिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े और इन्हीं बातों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें, जिससे कि आपके रिश्ते में एक मिठास बनी रहे और आप दोनों जिंदगी को अच्छे से जी सकें।
भाग्यांक 4 के जीवनसाथी के लिए सलाह
- अगर आपका भी जीवनसाथी भाग्यांक 4 का है, तो आपको इन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है कि वे अपनी ही दुनिया में खोए रहते हैं, अपनी मन की बात आसानी से किसी को नहीं बता पाते और अंदर ही अंदर मानसिक तनाव का सामना करते हैं। इसलिए, आप हमेशा उनके साथ एक दोस्त जैसा रिश्ता बनाने की कोशिश करें, जिससे वे अपने दिल में चल रही बातों को आपके साथ साझा कर सकें। इससे उन्हें हल्कापन महसूस होगा और वे बिना मानसिक तनाव के निर्णय ले सकेंगे।
सलाह – उनके साथ एक दोस्त जैसा रिश्ता बनाने की कोशिश करें। - इन्हें हमेशा अपनी मर्जी से जीना पसंद होता है। इसलिए, जो भी इनका पर्सनल स्पेस है, उसमें जाने की कोशिश न करें और कभी भी इन पर नियंत्रण करने की कोशिश न करें। इससे आपके रिश्ते में दूरी बढ़ सकती है, क्योंकि इन्हें किसी के दबाव में या नियंत्रण में काम करना पसंद नहीं होता।
सलाह – इन्हें नियंत्रण करने की कोशिश न करें। - इन्हें हमेशा अपने रिश्तों में भरोसा और ईमानदारी चाहिए होती है। इनके लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसलिए, हमेशा जो भी बात करें, वह पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें, जिससे आपका रिश्ता अच्छा हो सके।
सलाह – रिश्ते में ईमानदारी बनाए रखें। - इन्हें आध्यात्मिक मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, क्योंकि इन्हें अक्सर मानसिक तनाव से गुजरना पड़ता है। इसलिए, आप हमेशा उनकी बातें सुनने की कोशिश करें और जितना हो सके, ध्यान, योग और आध्यात्म का महत्व समझाएँ और उन्हें इसे अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करें।
सलाह – ध्यान, योग और आध्यात्म की ओर उन्हें प्रेरित करें।
निष्कर्ष-
हमने भाग्यांक 4 के बारे में यह जाना कि इन्हें भीड़ से हटकर काम करने की आदत होती है। अगर ये किसी भी काम को हाथ में लेते हैं, तो उसे पूरा करते हैं। ये बहुत ही व्यावहारिक होते हैं और समस्या का हल भी आसानी से ढूंढ लेते हैं। लेकिन, कई बार ज्यादा सोचने की वजह से निर्णय लेने में देरी कर देते हैं और बहुत से मौके हाथ से गवां देते हैं। भाग्यांक 4 वालों को अपनी भावनाओं को दूसरों के सामने व्यक्त करने में और दूसरों की भावनाओं को समझने में भी तकलीफ होती है।
हमने भाग्यांक 4 के बारे में जो भी जानकारी दी है, उसके लिए हमने बहुत रिसर्च और अभ्यास किया है। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, जिससे कि हमें यह पता चले कि हमारा किया हुआ अभ्यास और रिसर्च आपके कितनी काम आई है और दी गई जानकारी में से आप कितनी बातों से जुड़ पाते हैं। आपका एक कमेंट हमें बेहतर तरीके से काम करने में म|दद करेगा। भाग्यांक 4 के बारे में और जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। यह भी आपको जानना जरूरी है कि जब भी आपकी कुंडली देखी जाती है, तो सिर्फ आपका भाग्यांक नहीं देखा जाता है, उसके साथ-साथ आपकी राशि, मूलांक , आपका गण कौन सा है (मनुष्यगण है या राक्षसगण), आपका तत्व कौन सा है (अग्नि है या जल तत्व है?), आप किस नक्षत्र में पैदा हुए हैं, इस सबके बारे में देखा जाता है। तो इससे आपको अपने पूरे स्वभाव के बारे में पता चल सकता है। तो आप हमारे साथ जुड़े रहें, जिससे कि आप इन सब के बारे में भी जान सकें और इन्हीं बातों को जानकर जिंदगी को और बेहतर बना सकें। और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सभी लोगों को सद्बुद्धि दें, सबका अच्छा हो, और सभी लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए जीवन में आगे बढ़े और भाग्यांक 4 से जुड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें, और प्रेम से बोलें “राधे राधे”।