अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, या 29 तारीख को हुआ है, तो आपका भी मूलांक 2 है। मूलांक 2 के व्यक्ति दिल से बहुत मासूम होते हैं और हमेशा लोगों के प्रति एक अच्छा व्यवहार रखते हैं। इनका मूड स्विंग बहुत जल्दी होता है, ये कभी अचानक से खुश हो जाते हैं, तो कभी अचानक से दुखी। मूलांक 2 के व्यक्ति बेहद अच्छे लिसनर होते हैं और दूसरों की भावनाओं को बहुत अच्छे से समझ लेते हैं। इनके पास एक अद्भुत इमेजिनेशन पावर होती है, जो इन्हें रचनात्मक और कल्पनाशील बनाती है। आइए, अब मूलांक की पसंद, नापसंद, सकारात्मक और नकारात्मक गुण, स्वामी ग्रह के उपाय और उनके जीवन में कौन से बदलाव करना जरूरी है, इसके बारे में अच्छे से जानते हैं।

मूलांक 2 की पसंद
- मूलांक 2 के व्यक्ति को सच्चे और साफ लोग बहुत पसंद होते हैं, जो उनके साथ कभी भी किसी भी चीज को लेकर उनका फायदा न उठाएं और हमेशा उनके साथ एक अच्छा रिश्ता बनाए रखें।
पसंद – सच्चे और ईमानदार लोग। - मूलांक 2 के व्यक्ति को शांत जगह और आरामदायक माहौल बहुत पसंद होता है।
पसंद – शांत और आरामदायक माहौल। - किताबें पढ़ना, खासकर कल्पना और भावनाओं से जुड़ी कहानियां पढ़ना, इन्हें बेहद पसंद होता है।
पसंद – कहानियां पढ़ना। - पेंटिंग, डिजाइन, और डेकोरेशन से जुड़े काम करना इन्हें बहुत अच्छा लगता है।
पसंद – पेंटिंग, डिजाइन और डेकोरेशन जैसे काम। - गाने सुनना और प्रकृति या हरियाली वाली जगहों पर घूमना इन्हें बेहद पसंद होता है।
पसंद – गाने सुनना।
मूलांक 2 को नापसंद
- मूलांक 2 के व्यक्ति को झूठ बोलने वाले और धोखेबाज लोग बिल्कुल नापसंद होते हैं।
नापसंद – झूठे और धोखेबाज लोग। - इन्हें झगड़े और भीड़भाड़ वाले माहौल से सख्त नफरत होती है।
नापसंद – झगड़े और भीड़भाड़। - इनकी बातों पर ध्यान न देना और इनकी भावना की कदर न करना, यह मूलांक 2 के जातकों को बिल्कुल नापसंद होता है।
नापसंद – इनकी बातों पर ध्यान न देना। - ये लोग गुस्से और बुरे व्यवहार से बचते हैं, और ऐसे लोग जो गुस्से में बात करते हैं, इन्हें बिल्कुल नापसंद होते हैं।
नापसंद – गुस्सैल और कठोर लोग। - बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा और दबाव वाला माहौल इन्हें असहज करता है, और ये इसे बिल्कुल नापसंद करते हैं।
नापसंद – ज्यादा दबाव और प्रतिस्पर्धा। - इन्हें अपनी बुराई और अपने काम की बुराई करना बिल्कुल पसंद नहीं होता है, खासकर जब वह दूसरों के सामने की जाए।
नापसंद – दूसरों के सामने आलोचना।
मूलांक 2 के गुण
- मूलांक 2 के व्यक्ति हमेशा सबके साथ अच्छे से व्यवहार करते हैं और जब भी किसी से बात करते हैं, तो पूरे दिल से करते हैं।
गुण – सबके साथ अच्छा व्यवहार। - मूलांक 2 के व्यक्ति अपनी बातों से दूसरों को हील करने की ताकत रखते हैं। सिर्फ इनसे बात करके ही दूसरे अच्छा महसूस करते हैं।
गुण – दूसरों को हील करना। - मूलांक 2 वाले बहुत अच्छे लिसनर होते हैं। ये लोगों की भावनाओं और बातों को बहुत ही अच्छे से समझते हैं।
गुण – लोगों की भावना को समझना। - मूलांक 2 के व्यक्ति बहुत अच्छे मिडियेटर होते हैं और हमेशा दो लोगों के बीच का झगड़ा खत्म करवाना इन्हें बहुत अच्छे से आता है।
गुण – झगड़ों को शांति से सुलझाना। - किसी भी चीज को डिटेल में जानना और उसे डिटेल में याद रखना इन्हें बहुत अच्छे से आता है।
गुण – डिटेल में सीखना और याद रखना।
इसे भी पढे – मेष राशि की पूरी जानकारी | - मूलांक 2 के व्यक्ति बहुत जल्दी किसी के भी साथ जुड़ जाते हैं और आसानी से घुलना-मिलना इन्हें बहुत अच्छे से आता है।
गुण – दूसरों के साथ आसानी से घुलना। - मूलांक 2 के जातकों की इमैजिनेशन पावर बहुत ही अच्छी होती है। चीजों को जल्दी अपनी तरफ आकर्षित करना इन्हें बहुत अच्छे से आता है। ये एक बहुत अच्छे मेनिफेस्टर होते हैं।
गुण – मैनीफेस्ट आसानी से करना। - मूलांक 2 के व्यक्ति बहुत ही अच्छे मल्टीटास्कर होते हैं और एकसाथ बहुत से काम करना इन्हें आता है।
गुण – बहुत से काम एकसाथ करते आना।
अगर मूलांक 2 के जातक का स्वामी ग्रह चंद्रमा अच्छे से संतुलित है या नहीं, यह जानने के लिए उनके व्यवहार और आदतों को ध्यान से समझना जरूरी है। हमने जो भी अवगुण और बुरी आदतों के बारे में बताया है, वे इनके अंदर पहले से दिखाई देंगी, और यह संकेत हो सकते हैं कि इनका स्वामी ग्रह संतुलित नहीं है। अगर जातक में ये लक्षण लगातार दिख रहें हो , तो यह दर्शाता है कि उनके जीवन में चंद्रमा का प्रभाव असंतुलित है, और इसे संतुलित करने के उपाय करने चाहिए।
मूलांक 2 के अवगुण
- कभी भी अपने मन की बात दूसरों के सामने बहुत जल्दी कह नहीं पाते हैं, जिससे लोगों को इन्हें समझने में कठिनाई होती है।
अवगुण – मन की बातों को ना कह पाना। - छोटे-छोटे निर्णयों के लिए भी ये दूसरों पर निर्भर रहते हैं।
अवगुण – दूसरों पर निर्भर रहना। - दूसरों की बातों में बहुत जल्दी ही आ जाते हैं और कही हुई बातों पर ही विश्वास कर लेते हैं।
अवगुण – जल्दी भरोसा करना। - कई बार मूलांक 2 के लोगों में यह देखा गया है कि ये दूसरों से इतनी सहानुभूति रखते हैं कि दूसरे की समस्या को भी अपनी मानने लगते हैं।
अवगुण – अत्यधिक सहानुभूति रखना। - छोटी-छोटी बातों को भी अपने दिल पर लगा लेते हैं और बहुत लंबे समय तक उन्हें अपने दिल में रखते हैं।
अवगुण – बातों को मन पर लगा लेना। - अपनी इच्छा और भावना को लोगों के सामने अच्छे से व्यक्त नहीं कर पाते हैं।
अवगुण – बातों को ना कह पाना। - कई बार छोटी-छोटी बातों को लेकर भी बहुत चिंता करने लगते हैं।
अवगुण – छोटी बातों की चिंता करना।
इसे भी पढे – मिथुन राशि की कमजोरी | - समय पर निर्णय ना लेने की वजह से ये बहुत से कामों को टाल देते हैं।
अवगुण – कामों को टालना। - अपने निर्णय पर ठाम रहने में कठिनाई होती है, और जब भी 5-6 लोग एकसाथ किसी चीज के बारे में बताते हैं, तो ये अपना मत बदल देते हैं।
अवगुण – अपने निर्णयों पर ठाम ना रह पाना। - कई बार यह अपने विचारों में इतने खो जाते हैं कि आसपास की चीजों पर ध्यान ही नहीं जाता और रियलिटी से दूर चले जाते हैं।
अवगुण – अपने विचारों में खोए रहना। - मूलांक 2 के व्यक्ति कई बार भावनात्मक रूप से इतने कमजोर होते हैं कि इन्हें चीजों को लेट गो करना ही नहीं आता।
अवगुण – अपने भूतकाल से उभर ना पाना।
हमने जो भी आपको करियर ऑप्शन्स दिए हुए हैं, वे आपकी आदतों से मिलते-जुलते हैं या ऐसा काम हो सकता है जो आपको पसंद आता हो। अगर इन करियर ऑप्शन्स में से कोई आपको अच्छा लगता है, तो आपको उसे जरूर चुनना चाहिए।
मूलांक 2 के लिए करियर
- भावनात्मक रूप से समझदार होते हैं, और दूसरों की भावना को अच्छे से और गहराई से समझते हैं। लोगों के प्रति सहानुभूति और ध्यान से सुनने की क्षमता एक अच्छा काउंसलर और मनोवैज्ञानिक बना सकती है, क्योंकि ये लोगों को हील कर सकते हैं और उनकी समस्या को हल कर सकते हैं।
फील्ड – काउंसलर, मनोवैज्ञानिक। - स्वभाव से समझदार और धैर्यपूर्ण होते हैं। बच्चों को समझाने और उनके साथ घुलने-मिलने में माहिर होते हैं, जिसकी वजह से शिक्षक या प्रोफेसर बन सकते हैं।
फील्ड – शिक्षक, प्रोफेसर। - कला, संगीत और लेखन में रुचि होती है, और दूसरों की भावनाओं को बहुत ही अच्छे से समझ सकते हैं और अपनी लिखने या कला के माध्यम से लोगों के सामने अच्छे से पेश कर सकते हैं।
फील्ड – कला, संगीत, लेखन।
इसे भी पढे – सिंह राशि की गुप्त बातें | - दूसरों के साथ जुड़ने में और उनकी समस्या को हल करने में माहिर होते हैं, इसलिए एचआर जैसे विभाग में भी अच्छे से काम कर सकते हैं।
फील्ड – एचआर। - दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं और उनकी समस्या को हल करने में यह बात इनके स्वभाव में होती है, इसलिए लोगों की मदद करने के लिए किसी सोशल वर्क का हिस्सा बन सकते हैं।
फील्ड – सोशल वर्क। - रचनात्मकता और कला के प्रति एक लगाव होता है, जो ग्राफिक डिज़ाइन जैसे क्षेत्र में जरूरी होता है।
फील्ड – ग्राफिक डिज़ाइन। - दो लोगों के बीच में या दो टीमों के बीच में अच्छे रिश्ते बनाने में सक्षम होते हैं, तो मैनेजिंग जैसी फील्ड में अच्छा काम कर सकते हैं।
फील्ड – मैनेजर। - आपका शांत और समझदारी वाला स्वभाव होता है, जो कि एक तरह से दूसरों को मानसिक शांति देने का काम करता है, तो योगा, मेडिटेशन जैसी फील्ड में भी अपना करियर बना सकते हैं।
फील्ड – योग, मेडिटेशन। - इनका फैशन सेंस और डेकोरेशन की समझ दूसरों को प्रभावित कर सकती है, तो इंटीरियर डिज़ाइन और ड्रेस डिज़ाइन में भी अच्छा करियर बना सकते हैं।
फील्ड – इंटीरियर डिज़ाइन, ड्रेस डिज़ाइन। - नैचुरली दूसरों को भावनात्मक और मानसिक रूप से हील करने में सक्षम होते हैं, इसलिए कॉस्मिक और एनर्जी हीलिंग में अच्छा करियर बना सकते हैं।
फील्ड – कॉस्मिक, एनर्जी हीलिंग। - दूसरों की मदद करने का और अपनी बातों से ही दूसरों को हील करने का इनका स्वभाव मेडिकल जैसी फील्ड में बहुत आगे तक ले जा सकता है।
फील्ड – मेडिकल, नर्सिंग।
करियर चुनते वक्त आपको इस बात का ध्यान देना है कि जो भी हमने फील्ड बताई है, वह केवल सुझाव हैं। जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ इन्हीं को चुनें। अगर आपको कोई ऐसी फील्ड पसंद है जो हमने नहीं बताई है, तो आप उसे भी चुन सकते हैं। अक्सर हम वहीं अच्छा काम और करियर बना पाते हैं, जो हमारी पसंद का हो|
हमारे द्वारा दिए गए उपाय और रेमेडी मूलांक 2 के स्वामी ग्रह चंद्रमा को संतुलित करने के लिए हैं, जिन्हें आप कम समय में और आसानी से कर सकते हैं। यदि आप इन्हें नियमित रूप से करते हैं, तो एक-दो हफ्ते में ही आपको सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे।
मूलांक 2 के लिए उपाय
- मूलांक 2 के जातकों का स्वामी ग्रह चंद्रमा है, और चंद्रमा को अच्छा करने के लिए सफेद रंग के कपड़े पहनने चाहिए। सफेद रंग चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है, और इसे धारण करने से मानसिक शांति और ऊर्जा में सुधार होता है।
- चंद्रमा ग्रह को माँ के साथ जोड़ा जाता है। आपकी माँ के साथ जितना आपका रिश्ता अच्छा होगा, उतना ही आपका चंद्रमा बेहतर होता जाएगा। हर दिन माँ का आशीर्वाद लेना और उनका सम्मान करना आपके चंद्रमा को मजबूत बनाता है, जिससे आपकी भावनात्मक स्थिरता और मानसिक संतुलन में वृद्धि होती है।
- सोमवार के दिन उपवास करना चाहिए। इससे न केवल आपके स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि आपकी कुंडली में चंद्रमा को भी अच्छा किया जा सकता है। उपवास से मन और शरीर दोनों शुद्ध होते हैं, जो चंद्रमा के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- जितना हो सके, उतनी ज्यादा सफेद चीजों का सेवन करना आपकी कुंडली में चंद्रमा को अच्छा बनाता है। सफेद चीजें, जैसे दूध, दही, और चावल, चंद्रमा से संबंधित होती हैं और इन्हें ग्रह को शांत और संतुलित करने वाला माना जाता है।
- सोमवार के दिन सफेद चीजों का दान करें, जैसे दूध, सफेद कपड़े, और चावल। यह चंद्रमा को बेहतर बनाने में मदद करता है। दान करने से न केवल ग्रह का सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है, बल्कि यह आपके कर्मों को भी सुधारता है।
- पानी को चंद्रमा के साथ जोड़ा जाता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी पानी वेस्ट न करें। जितनी जरूरत हो, उतना ही इस्तेमाल करें। पानी की कद्र करने से चंद्रमा की ऊर्जा संतुलित होती है और आपके जीवन में स्थिरता आती है।
अभी हमने आपको जो भी सलाह दी है, वह आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में आपको किन चीजों पर काम करने की जरूरत है, उसके बारे में है। जब तक आप नीचे दी गई बातों पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक आपके जीवन में अच्छा और सकारात्मक परिणाम लाना आपके लिए कठिन हो सकता है, क्योंकि बहुत बार सिर्फ नीचे दी गई आदतों की वजह से ही आपके जीवन में अशांति और असफलता हो सकती है। तो जो भी सलाह दी है, उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें।
मूलांक 2 के लोगों के लिए सलाह
- कई बार इनको दूसरों को ना कहने में तकलीफ होती है, जिसकी वजह से ये अपना काम अधूरा छोड़कर दूसरों का काम करने लगते हैं। इससे भविष्य में इनका नुकसान होता है। ऐसे में, लोगों को ना कहना सीखना इनके लिए बेहद जरूरी है।
सुधार के क्षेत्र – ना कहना सीखें | - जब भी कोई मदद माँगता है, तो सुधार के क्षेत्र बिना सोचे-समझे उनकी मदद कर देते हैं। लेकिन यह समझना जरूरी है कि हर व्यक्ति मासूम दिल वाला नहीं होता। मदद करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपकी मदद का सही उपयोग हो रहा है।
सुधार के क्षेत्र – मदद को भी सोच-समझकर करें |
इसे भी पढे – कन्या राशि के छुपे राज | - सुधार के क्षेत्र के लोग स्वभाव से बहुत भावुक होते हैं और छोटी-छोटी बातों को अपने दिल पर ले लेते हैं। इस आदत से बचने के लिए भावनाओं पर नियंत्रण रखना आवश्यक है। ध्यान और योग का अभ्यास इन्हें मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान कर सकता है।
सुधार के क्षेत्र – भावना पर नियंत्रण के लिए ध्यान और योग करें | - कई बार, सुधार के क्षेत्र दूसरों की राय और सुझावों पर बहुत अधिक निर्भर रहते हैं। छोटे-छोटे निर्णय खुद लेने का अभ्यास करें। इससे धीरे-धीरे निर्णय लेने की क्षमता और आत्मनिर्भरता विकसित होगी।
सुधार के क्षेत्र – जीवन के छोटे-छोटे निर्णय लेना सीखें | - जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें और अपनी राय को दूसरों के कहने से बार-बार न बदलें। चाहे निर्णय गलत भी हो जाए, अनुभव से आत्मविश्वास बढ़ेगा और भविष्य में बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
सुधार के क्षेत्र – छोटी बातों में दूसरों के कहने पर अपनी राय न बदलें | - हमेशा बुरी परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोच बनाए रखें। जो चीजें आपके पास हैं, उनकी कद्र करें और उन पर ध्यान दें, बजाय इसके कि जो चीजें नहीं हैं, उनका अफसोस करें।
सुधार के क्षेत्र – सकारात्मक सोच बनाए रखें | - आगे बढ़ने के लिए खुद पर भरोसा करना सबसे जरूरी है। आत्मविश्वास की कमी से आपका विकास रुक सकता है। इसलिए, अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें और हर परिस्थिति का सामना करें।
सुधार के क्षेत्र – खुद पर भरोसा करें | - सुधार के क्षेत्र के लोग दूसरों के साथ जल्दी घुल-मिल जाते हैं, लेकिन अपनी इच्छाओं और बातों को व्यक्त करना भी उतना ही जरूरी है। दूसरों के सामने अपने विचार रखने की आदत डालें।
सुधार के क्षेत्र – अपनी बातों को दूसरों के सामने रखने की कोशिश करें | - पैसों के मामले में कम खर्च करने और भविष्य के लिए बचत करने की आदत डालें। अच्छी प्लानिंग से आप वित्तीय रूप से अधिक सुरक्षित और आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
सुधार के क्षेत्र – प्लानिंग करें पैसों को लेकर|
यदि आपका जीवनसाथी मूलांक 2 का है, तो नीचे दी गई जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है। क्योंकि उनके स्वभाव को अच्छी तरह समझने के बाद न केवल आप उन्हें बेहतर ढंग से समझ पाएंगे, बल्कि उन्हें बेहतर ढंग से समझा भी पाएंगे, और आपके जीवनसाथी को ऐसा लगेगा कि आप उन्हें समझते हैं। इससे आपका और उनका रिश्ता और बेहतर और गहरा बनता जाएगा। इसलिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े और इन्हीं बातों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें, जिससे कि आपके रिश्ते में एक मिठास बनी रहे और आप दोनों जिंदगी को अच्छे से जी सकें।

मूलांक 2 के जीवनसाथी के
लिए सलाह
- मूलांक 2 के लोग संवेदनशील और भावुक स्वभाव के होते हैं। इन्हें अपने आसपास के लोगों से भावनात्मक समर्थन की जरूरत रहती है। इसलिए, उनकी भावनाओं और बातों को समझने की कोशिश करना बेहद जरूरी है।
सलाह – भावनाओं को समझने की कोशिश करें | - इनका स्वभाव शांत होता है, लेकिन निर्णय लेने में इन्हें अधिक समय लगता है। इन्हें जल्दबाजी में निर्णय लेने के लिए मजबूर न करें, बल्कि धैर्यपूर्वक उनका समर्थन करें।
सलाह – निर्णय लेने में ज्यादा समय दें | - ये छोटी-छोटी बातों को भी दिल पर लगा लेते हैं। इसलिए, इनसे बातचीत करते समय कठोर शब्दों का प्रयोग न करें और हमेशा विनम्रता से पेश आएं।
सलाह – इनके साथ विनम्रता से पेश आएं | - मूलांक 2 के लोग उन व्यक्तियों को पसंद करते हैं, जो मिलजुलकर काम करते हैं और निर्णय लेते हैं। इससे इन्हें अपनी अहमियत महसूस होती है और वे खुश रहते हैं।
सलाह – मिलजुल कर निर्णय लें |
इसे पढे – तुला राशि की पूरी जानकारी | - इनकी रचनात्मकता, जैसे कला, लेखन या संगीत, को सराहना मिलना इन्हें बेहद खुशी देता है। इनके कामों की तारीफ करना इनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
सलाह – इनके कला, लेखन, संगीत जैसे कामों की तारीफ करें | - इन्हें शांत और स्थिर वातावरण पसंद है। जहाँ अधिक शोर या उथल-पुथल होती है, वहाँ ये असहज महसूस करते हैं। घर में शांति बनाए रखना इनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
सलाह – घर में शांत माहौल बनाए रखें | - निर्णय लेने में इन्हें कठिनाई होती है। ऐसे समय में इनका मार्गदर्शन करें और सही निर्णय लेने में मदद करें।
सलाह – निर्णय लेने में मदद करें | - ये लोग आलोचना को गहराई से लेते हैं। यदि इनसे कोई गलती हो जाए, तो कठोरता से नहीं, बल्कि प्यार और सहानुभूति के साथ उन्हें समझाने की कोशिश करें।
सलाह – प्यार से समझाने की कोशिश करें|
निष्कर्ष-
मूलांक 2 के जातक स्वभाव से मासूम और छोटे बच्चों की तरह सरल होते हैं। इनका दिल बहुत कोमल होता है, जिससे ये जल्दी भावुक हो जाते हैं। ये लोग दूसरों की भावनाओं को बहुत गहराई से समझते हैं और उनका सम्मान करते हैं। यदि चंद्रमा, जो मूलांक 2 का स्वामी ग्रह है, कुंडली में कमजोर हो, तो ये जातक हर छोटी-छोटी बात के लिए दूसरों पर निर्भर होने लगते हैं। ऐसी स्थिति में ये अपनी निर्णय लेने की क्षमता खो देते हैं और आत्मनिर्भर बनने में मुश्किलें महसूस करते हैं। इन लोगों को ऐसे व्यक्तियों का साथ बेहद पसंद आता है, जो उनके साथ-साथ दूसरों के साथ भी मधुर और अच्छा व्यवहार करते हों। ये जातक सकारात्मक और सौम्य माहौल में खुद को अधिक सहज महसूस करते हैं। उनके आसपास का वातावरण और लोगों का स्वभाव इनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है।
हमने मूलांक 2 के बारे में जो भी जानकारी दी है, उसके लिए हमने बहुत रिसर्च और अभ्यास किया है। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, जिससे कि हमें यह पता चले कि हमारा किया हुआ अभ्यास और रिसर्च आपके कितनी काम आयी है और दी गई जानकारी में से आप कितनी बातों से जुड़ पाते हैं। आपका एक कमेंट हमें बेहतर तरीके से काम करने में मदद करेगा। मूलांक 2 के बारे में और जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। यह भी आपको जानना जरूरी है कि जब भी आपकी कुंडली देखी जाती है, तो सिर्फ आपका मूलांक नहीं देखा जाता है, उसके साथ-साथ आपकी राशि, भाग्यांक, आपका गण कौन सा है (मनुष्यगण है या राक्षसगण), आपका तत्व कौन सा है (अग्नि है या जल तत्व है?), आप किस नक्षत्र में पैदा हुए हैं, इस सबके बारे में देखा जाता है। तो इससे आपको अपने पूरे स्वभाव के बारे में पता चल सकता है। तो आप हमारे साथ जुड़े रहें, जिससे कि आप इन सब के बारे में भी जान सकें और इन्हीं बातों को जानकर जिंदगी को और बेहतर बना सकें। और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सभी लोगों को सद्बुद्धि दें, सबका अच्छा हो, और सभी लोग एक दूसरे की मदद करते हुए जीवन में आगे बढ़े और मूलांक 2 से जुड़ी खबरे के लिए हमसे जुड़े रहे,और प्रेम से बोलें “राधे राधे”।