आज हम धनु राशि की उन आदतों के बारें में भी जानेंगे तो ज्यादातर उनमें पाई जाती है |

धनु राशि का स्वामी ग्रह गुरु होता है जिसकी वजह से बहुत से कामों में यह माहिर होते है | अगर कोई बात इनके दिमाग में रह गई है तो वो उसे जल्दी भूलते नहीं है |  

धनु राशि के जातक अपनी फ्रीडम को बहुत ही महत्व देते है | अगर कोई भी इनको कंट्रोल करने की या बांध कर रखने की कोशिश करता है तो ऐसे लोगों से यह दूर ही रहना पसंद करते है |  

धनु राशि के जातक में नेतृत्व के बहुत से गुण होते है | दूसरों से किस तरह से काम करवाना है और दूसरों के ऊपर किस तरह से अपनी छाप छोड़नी है यह इनको बहुत ही अच्छी तरह से आता है | 

इन्हें खेलकूद और एडवेंचर का बहुत शौक होता है हमेशा नई-नई जगह पे जाना नई-नई चीजों को इक्स्प्लोर करना इन्हे बहुत ही अच्छा लगता है | 

धनु राशि के जातक हमेशा ईश्वर के ऊपर श्रद्धा रखते है और नहीं भी है तो एक समय के बाद विश्वास हो ही जाता है | 

अपने उम्र से ज्यादा समझदारी होती है, इनको दूसरों से ज्यादा बाते पता होती है | इनको बातों से ही दूसरों को पता चल जाता है की यह एक अनुभवी इंसान है | 

ये जब भी किसी काम को हाथ में करने के लिए लेते है तो उसे पूरी ईमानदारी के साथ पूरा करते है और इनसे जितना हो सकता है उतना अच्छा और बेहतर काम करने की कोशिश करते है | 

इस राशि के जातकों में बहुत बार देखा गया है की इनको हमेशा पढ़ने का बहुत ही शौक होता है और खासकर इतिहास के बारें में पढ़ना यह पसंद करते है | 

धनु राशि की कुछ कमजोरी भी जो आगे बताई हुवी है |

धनु राशि के जातक कई बार काम शुरू करने से पहले ही उसके अच्छे-बुरे परिणामों के बारें में ज्यादा सोचने लगते है,जिसकी वजह से समय पर निर्णय लेने में देरी कर देते है | 

कई बार यह छोटे-छोटे कामों को टालने की कोशिश करते है | इनमे आलस होने की वजह से भी यह कामों को नहीं करते है | 

कई बार हद से ज्यादा दूसरों के बारें में सोचते है और खुदके काम छोड़के दूसरों की मदद करते है | जिससे आगे चलकर इनका ही नुकसान हो सकता है | 

इनकी सबसे बुरी आदत है की यह दूसरों की बातों में बहुत ही जल्दी आ जातें है और दूसरों पर आँख बंद करके भरोसा करते है | इनकी इसी स्वभाव का फायदा दूसरे लोग उठाते है | 

इनको अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलन्स बनाने की जरूरत है,नहीं तो एक समय बाद इनको अकेलेपन से गुजरना पढ़ सकता है |