क्या भाग्यांक 6 वाले आप दूसरों को “ना” नहीं कह पाते है ? जानिए वजह और उपाय |

भाग्यांक 6 वाले लोग “ना” नहीं कह पाते क्योंकि उनका स्वभाव दूसरों की मदद करने और उनका ख्याल रखने वाला होता है। उन्हें डर होता है कि अगर वे “ना” कहेंगे, तो सामने वाला नाराज हो सकता है , इसलिए वे हमेशा दूसरों का मन रखने की कोशिश करते हैं। इससे बचने के लिए, सबसे पहले भाग्यांक 6 वाले को अपनी सीमाएं तय करनी चाहिए और खुद से वादा करें कि आप उन्हें नहीं तोड़ेंगे। किसी से कुछ कहने से पहले अपनी स्थिति पर विचार करें और फिर बोलें। भाग्यांक 6 वाले सीधे “ना” कहने के बजाय अच्छे से अपनी स्थिति समझा सकते हैं। अपनी इच्छाओं और भावनाओं को समझें और उन्हें पहले महत्व दें। सबसे जरूरी बात, आत्मविश्वास बढ़ाएं और धैर्य के साथ “ना” कहने का प्रयास करें। इस तरह से, आप अपनी सीमाओं का सम्मान करते हुए दूसरों को “ना” कहने में सक्षम होंगे।
अगर आपकी पूरी जन्मतारीख को मिलाकर अंक 6 आता है, तो आपका भाग्यांक 6 है। भाग्यांक 6 के व्यक्ति शुक्र ग्रह से रूल होते हैं। भाग्यांक 6 वाले अपने कपड़ों, रहन-सहन, बालों और चेहरे पर बहुत ध्यान रखते हैं, जिसकी वजह से लोग इनकी तरफ बहुत ही आसानी से खींचे चले आते हैं। ये अपनी उम्र से कम ही दिखते हैं। ये स्वभाव से बहुत ही दयालु होते हैं और अपने करीबी लोगों का बहुत अच्छे से ध्यान रखते हैं। दूसरों की भावनाओं को समझते हैं और हमेशा दूसरों के साथ नरमी से पेश आते हैं |आइए, अब भाग्यांक 6 के गुण, अवगुण और स्वामी ग्रह के उपाय, और जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए कौन से बदलाव करना जरूरी है, इसके बारे में अच्छे से जानते हैं।

Bhagyank 6

भाग्यांक 6 के गुण

  1. हमेशा अपने रहन-सहन पर ध्यान देते हैं, और हमेशा जितना अच्छा दिख सकते हैं, उतनी कोशिश करते हैं।
    गुण – अच्छा रहन-सहन |
  2. भाग्यांक 6 वाले व्यक्ति स्वभाव से बहुत ही दयालु और केयरिंग होते हैं। हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।
    गुण – दयालु स्वभाव |
  3. चीजों को खूबसूरत बनाना इनको बहुत अच्छे से आता है, जब भी यह कोई काम हाथ में लेते हैं, तो बहुत अच्छे से उसे डेकोरेट करते हैं, जिससे वह पल और भी यादगार हो जाता है।
    गुण – चीजों को खूबसूरत बनाना |
  4. हमेशा दूसरों की भावना को यह बहुत अच्छे से समझते हैं और उसे महसूस भी करते हैं, और दूसरों के प्रति सहानुभूति भी रखते हैं।
    गुण – दूसरों की भावना को समझना |
  5. भाग्यांक 6 के व्यक्ति समझदार और धैर्यशील होते हैं, जिससे ये किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। इनका यही गुण लोगों को बहुत अच्छा लगता है।
    गुण – समझदार और धैर्यशील |
  6. भाग्यांक 6 वाले व्यक्ति अपने करियर, परिवार और व्यक्तिगत जीवन में एक अच्छा सामंजस बनाए रखते हैं और हमेशा हर चीज को सही समय पर करने में माहिर होते हैं।
    गुण – जीवन के हर भाग में संतुलन बनाए रखना |
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  7. किसी भी चीज को बाहर से बेहतर बनाने में यानि बाहरी दिखवापन करने में माहिर होते हैं।
    गुण – चीजों को बेहतर बनाना |

अगर भाग्यांक 6 के जातक का स्वामी ग्रह शुक्र अच्छे से संतुलित है या नहीं, यह जानने के लिए उनके व्यवहार और आदतों को ध्यान से समझना जरूरी है। हमने जो भी अवगुण और बुरी आदतों के बारे में बताया है, वे इनके अंदर पहले से दिखाई देंगी, और यह संकेत हो सकते हैं कि इनका स्वामी ग्रह संतुलित नहीं है। अगर जातक में ये लक्षण लगातार दिख रहें हो , तो यह दर्शाता है कि उनके जीवन में शुक्र ग्रह का प्रभाव असंतुलित है, और इसे संतुलित करने के उपाय करने चाहिए।

भाग्यांक 6 के अवगुण

  1. ये अपनी बातों को दूसरों के सामने रख नहीं पाते हैं। मन में न होते हुए भी ये दूसरों दिए हुवे काम कर देते हैं, और इसी स्वभाव का लोग फायदा उठाते हैं।
    अवगुण – ना कहने में तकलीफ |
  2. इन्हें हमेशा अपने जीवन में स्थिरता चाहिए होती है, जिसकी वजह से ये कोई नया बदलाव जल्दी स्वीकार नहीं कर पाते हैं।
    अवगुण – नया बदलाव स्वीकार न करना |
  3. ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं और अपना काम बीच में ही छोड़कर दूसरों की मदद के लिए चले जाते हैं, जिसकी वजह से कई बार अपना ही नुकसान कर लेते हैं।
    अवगुण – दूसरों की जरूरत से ज्यादा मदद करना |
  4. कई बार भाग्यांक 6 वाले लोग अत्यधिक भावुक होते हैं, जिसकी वजह से इन्हें निर्णय लेने में कठिनाई महसूस होती है।
    अवगुण – अत्यधिक भावुक |
  5. इन्हें हमेशा इस बात की चिंता रहती है कि दूसरों को उनके बारे में क्या लगता है।
    अवगुण – दूसरों की राय को महत्व देना |
  6. छोटी-छोटी बातों को लेकर अधिक सोचना और दूसरों की राय से अपने निर्णय बदलना, यह इनकी आदत होती है।
    अवगुण – छोटी-छोटी बातों की चिंता करना |
  7. भाग्यांक 6 वाले कई बार दूसरों के लिए अत्यधिक समर्पित रहते हैं, जिसकी वजह से कभी-कभी ये खुद को पूरी तरह उनके प्रति समर्पित कर देते हैं और अपनी जरूरतों पर ध्यान नहीं देते हैं।
    अवगुण – दूसरों की ज्यादा परवाह करना |
  8. जब भी इनके करीबी लोगों की बात आती है, तो ये बहुत अधिक विचार करने लगते हैं। इस वजह से ये निर्णय लेने में बहुत देरी करते हैं और हर जगह से भावनात्मक रूप से ही सोचते हैं।
    अवगुण – हर जगह से भावनात्मक रूप से ही सोचना |
  9. ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए खड़े रहते हैं। जब भी इनके किसी करीबी को जरूरत होती है, तो ये तुरंत वहाँ पहुँच जाते हैं। इसलिए, ये भी उनसे अधिक अपेक्षा रखते हैं और जब वे उनकी अपेक्षा पर खरे नहीं उतरते, तो ये निराश हो जाते हैं।
    अवगुण – दूसरों से अधिक अपेक्षा करना |
  10. भौतिक चीजों के प्रति इनका बहुत आकर्षण होता है। ये हमेशा जो भी बाहरी दुनिया में चल रहा होता है, उसे खरीदने की इच्छा रखते हैं। यहाँ तक कि जो चीजें इनकी जरूरत की भी नहीं होतीं, उन्हें भी ये खरीद लेते हैं।
    अवगुण – बेवजह बिना जरूरतों की चीजों को खरीदना |
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  11. ये अपने काम और जीवन में अनुशासन नहीं रख पाते हैं और भौतिक चीजों में ही खोए रहते हैं।
    अवगुण – अनुशासन की कमी |

हमने जो भी आपको करियर ऑप्शन्स दिए हुए हैं, वे आपकी आदतों से मिलते-जुलते हैं या ऐसा काम हो सकता है जो आपको पसंद आता हो। अगर इन करियर ऑप्शन्स में से कोई आपको अच्छा लगता है, तो आपको उसे जरूर चुनना चाहिए।

भाग्यांक 6 के लिए करियर

  1. इन्हें हमेशा अपना रहन-सहन अच्छा रखने का शौक होता है और चीजों को पहले से खूबसूरत बनाने में भी मजा आता है। इसलिए, ये फैशन डिजाइनर, मेकअप आर्टिस्ट, हेयर स्टाइलिस्ट या फैशन कंसल्टेंट जैसे फील्ड में अच्छा करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – फैशन डिजाइनर, मेकअप आर्टिस्ट, हेयर स्टाइलिस्ट, या फैशन कंसल्टेंट |
  2. इन्हें चीजों को बेहतर बनाना और व्यवस्थित तथा आकर्षक तरीके से पेश करना अच्छा लगता है। इसलिए, ये इंटीरियर डिजाइनिंग में भी अच्छा करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – इंटीरियर डिजाइनिंग |
  3. ये दूसरों के प्रति हमेशा दया और सहानुभूति का भाव रखते हैं और हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। इसलिए, ये काउंसलिंग, मनोविज्ञान, नर्सिंग, और हेल्थकेयर के फील्ड में अच्छे से दूसरों की मदद और देखभाल कर सकते हैं।
    फील्ड – काउंसलिंग, मनोविज्ञान, नर्सिंग, और हेल्थकेयर |
  4. ये हमेशा कला और रचनात्मकता का भाव रखते हैं। इसलिए, म्यूजिक, पेंटिंग, फोटोग्राफी इनके लिए बहुत ही अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है।
    फील्ड – म्यूजिक, पेंटिंग, फोटोग्राफी |
  5. दूसरों की भावनाओं को अच्छे से समझने में ये सक्षम होते हैं। इसलिए, ये मानव संसाधन (HR) जैसे फील्ड में मैनेजर बन सकते हैं।
    फील्ड – मानव संसाधन |
  6. इन्हें किसी भी बात को बहुत ही अच्छे से पेश करने में माहिर होते हैं। इसलिए, ये मार्केटिंग, ब्रांडिंग, और एडवरटाइजिंग जैसे फील्ड में सफल बन सकते हैं।
    फील्ड – मार्केटिंग, ब्रांडिंग, एडवरटाइजिंग|
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  7. दूसरों की मदद करने की भावना और उन्हें सही मार्गदर्शन करना इन्हें बहुत अच्छे से आता है। इसलिए, ये एक अच्छे शिक्षक और प्रोफेसर बन सकते हैं।
    फील्ड – शिक्षक, प्रोफेसर |

करियर चुनते वक्त आपको इस बात का ध्यान देना है कि जो भी हमने फील्ड बताई है, वह केवल सुझाव हैं। जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ इन्हीं को चुनें। अगर आपको कोई ऐसी फील्ड पसंद है जो हमने नहीं बताई है, तो आप उसे भी चुन सकते हैं। अक्सर हम वहीं अच्छा काम और करियर बना पाते हैं, जो हमारी पसंद का हो|

हमारे द्वारा दिए गए उपाय और रेमेडी भाग्यांक 6 के स्वामी ग्रह शुक्र को संतुलित करने के लिए हैं, जिन्हें आप कम समय में और आसानी से कर सकते हैं। यदि आप इन्हें नियमित रूप से करते हैं, तो एक-दो हफ्ते में ही आपको सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे |

भाग्यांक 6 के लिए उपाय

  1. भाग्यांक 6 का स्वामी ग्रह शुक्र होता है, तो शुक्रवार के दिन उपवास कर सकते हैं, इससे शुक्र ग्रह का बुरा प्रभाव कम होने में मदत मिलेगी ।
  2. शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र जैसे चावल, दूध, दही और चीनी का दान करें। शुक्रवार को दान देना शुभ माना जाता है।
  3. सफेद रंग के कपड़े पहनें और जीवन में ज्यादा से ज्यादा सफेद चीजों का इस्तेमाल करें, इससे शुक्र ग्रह मजबूत होता है।
  4. कला और संगीत से जुड़ने की कोशिश करें, इससे भी शुक्र ग्रह अच्छे परिणाम देता है।
  5. जितना आप महिलाओं का सम्मान करेंगे, उतना ही शुक्र ग्रह अच्छा होगा।
  6. हर रोज सुगंधित इत्र का इस्तेमाल करें, इससे भी शुक्र ग्रह अच्छा होने में मदद मिलती है।
  7. हमेशा अपने रिश्तों में ईमानदारी और प्रेम बनाए रखें, क्योंकि शुक्र प्रेम का प्रतीक है और सबसे जरूरी बात जितना अपनी पत्नी के साथ रिश्ता अच्छा होता है ,उतना ही शुक्र ग्रह मजबूत होता है ।
  8. शुक्र ग्रह के मंत्र का जाप करें। इस मंत्र की जाप की शुरुआत शुक्रवार के दिन से करें और दिन में 21 बार, 51 बार, या 108 बार कम से कम मंत्र का जाप करें।
    मंत्र – “ॐ शुं शुक्राय नमः”

अभी हमने आपको जो भी सलाह दी है, वह आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में आपको किन चीजों पर काम करने की जरूरत है, उसके बारे में है। जब तक आप नीचे दी गई बातों पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक आपके जीवन में अच्छा और सकारात्मक परिणाम लाना आपके लिए कठिन हो सकता है, क्योंकि बहुत बार सिर्फ नीचे दी गई आदतों की वजह से ही आपके जीवन में अशांति और असफलता हो सकती है। तो जो भी सलाह दी है, उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें।

भाग्यांक 6 के लिए सलाह

  1. ये हमेशा छोटी-छोटी बातों पर भावुक हो जाते हैं, इसलिए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए इनको योग और ध्यान करना शुरू करना चाहिए ।
    सुधार का क्षेत्र – योग और ध्यान करें |
  2. अगर आपके अंदर आत्मविश्वास की कमी है, तो छोटे-छोटे निर्णय लें, जिससे आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़े।
    सुधार का क्षेत्र – छोटे-छोटे निर्णय लें |
  3. कभी भी अपना काम अधूरा छोड़कर दूसरों की मदद के लिए न जाएं। इससे आप खुद को भी नुकसान पहुंचाएंगे और उनकी भी अच्छी तरह से मदद नहीं कर पाएंगे। इसलिए, हमेशा पहले खुद को पूरी तरह से सक्षम बनाएं और बाद में दूसरों की मदद के लिए जाएं।
    सुधार का क्षेत्र – सबसे पहले खुद को सक्षम बनाएं |
  4. ये हमेशा दूसरों के कहने पर उनकी मदद के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन इन्हें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हर बार ऐसा करने से सामनेवाला आपकी कम कदर करेगा। हर बार उनकी बात मानने की वजह से वे आपको हल्के में लेंगे। इसलिए, हमेशा दूसरों के कहने पर तुरंत मदद के लिए तैयार न हो जाएं। इससे आपकी इज्जत बनी रहेगी।
    सुधार का क्षेत्र – दूसरों को ना कहना भी सीखें |
    इसे पढे – तुला राशि की परेशानी का हल |
  5. ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सामनेवाला भी आपके कहने पर तुरंत मदद करेगा। इसलिए, दूसरों से कम ही उम्मीद रखें और किसी भी परिस्थिति से लड़ने का साहस अपने अंदर जगाएं।
    सुधार का क्षेत्र – दूसरों से कम अपेक्षा रखे|
  6. अगर इन्हें छोटे-छोटे निर्णय लेने में परेशानी होती है या समझ नहीं आता कि क्या करें, तो ऐसे समय में गहरी सांस लें और ऐसे निर्णय लें, जिनसे आपके जीवन पर बहुत बड़ा फर्क न पड़े। सही निर्णय लेने पर आत्मविश्वास बढ़ेगा और गलत होने पर अनुभव मिलेगा। इससे हर बात के लिए दूसरों पर निर्भर होना भी बंद होगा।
    सुधार का क्षेत्र – छोटे-छोटे निर्णय खुद लें |
  7. जितना हो सके, दिखावे से बचें। इससे आप अपने पैसों को भी बचा पाएंगे और भविष्य में आने वाली आर्थिक समस्याओं से भी बच जाएंगे। इसलिए, हमेशा जरूरत की चीजों पर ही पैसे खर्च करें।
    सुधार का क्षेत्र – जरूरत की चीजों पर ही पैसे खर्च करें |
  8. अपने रोजमर्रा के कामों और जिम्मेदारियों को अनुशासन के साथ करने की कोशिश करें। जितना हो सके, अपनी छोटी-छोटी आदतों में सुधार लाने की कोशिश करें, ताकि समय पर काम पूरे कर सकें।
    सुधार का क्षेत्र – जीवन में अनुशासन लाएं|
  9. अगर इन्हें कोई बात खटकती है, तो दूसरों के सामने उसे कहने से बिल्कुल न घबराएं। इससे आपके अंदर आत्मविश्वास आएगा और आप निर्णय लेना भी सीखेंगे।
    सुधार का क्षेत्र – जो बातें सही नहीं लगतीं, उनके खिलाफ जरूर बोलें |
  10. हमेशा चीजें वैसी नहीं रहतीं जैसी वे हैं। इसलिए, अगर जीवन में आगे बढ़ना है, तो बदलाव को स्वीकार करने की क्षमता अपने अंदर लाएं। स्थिर रहने से आप पीछे रह सकते हैं।
    सुधार का क्षेत्र – बदलाव करना और बदलाव को स्वीकार करना सीखें |

यदि आपका जीवनसाथी भाग्यांक 6 का है, तो नीचे दी गई जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है। क्योंकि उनके स्वभाव को अच्छी तरह समझने के बाद न केवल आप उन्हें बेहतर ढंग से समझ पाएंगे, बल्कि उन्हें बेहतर ढंग से समझा भी पाएंगे, और आपके जीवनसाथी को ऐसा लगेगा कि आप उन्हें समझते हैं। इससे आपका और उनका रिश्ता और बेहतर और गहरा बनता जाएगा। इसलिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े और इन्हीं बातों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें, जिससे कि आपके रिश्ते में एक मिठास बनी रहे और आप दोनों जिंदगी को अच्छे से जी सकें।

भाग्यांक 6 के जीवनसाथी
के लिए सलाह

  1. अगर आपके जीवनसाथी का भाग्यांक 6 है, तो आपको उनके भावनात्मक पहलू को समझने की जरूरत है, जिससे आपके रिश्ते में संतुलन बना रहे। छोटी-छोटी बातों को लेकर भावुक होना इनकी आदत होती है और ये दिल के बहुत ही साफ और मासूम होते हैं। इसलिए, कभी भी इनके साथ बुरा व्यवहार न करें, क्योंकि ये उस बात को दिल में रखकर उदास और निराश हो सकते हैं।
    सलाह – इनके भावनात्मक पहलू को समझने की कोशिश करें |
  2. ये जो भी काम करते हैं, वो पूरे दिल से करते हैं। इसलिए, हमेशा इनके काम की तारीफ करें और जितना हो सके, इनके काम में मदद करने की कोशिश करें। इससे इन्हें और काम करने में उत्साह आएगा और काम अच्छा होने से इनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
    सलाह – बीच-बीच में इनकी तारीफ करें |
  3. ये हमेशा स्थिरता और सुरक्षा की भावना में रहना चाहते हैं। इसलिए, उनकी जिंदगी में स्थिरता लाने की कोशिश करें और जीवन में आगे क्या करना है, इसकी योजना बनाएं।
    सलाह – रिश्तों में स्थिरता लाएं |
  4. इनके लिए छोटे-छोटे पल ही बड़ी अहमियत रखते हैं, जैसे इनकी बातों को सुनना, इनकी पसंद-नापसंद चीजों का ध्यान रखना, और जितने पल इनके साथ बिताएं, उन्हें यादगार बनाना। इसलिए, हमेशा उनके साथ समय बिताते समय इन चीजों का ध्यान रखें।
    सलाह – छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें |
  5. इन्हें निर्णय लेने में कठिनाई होती है। ऐसे समय पर इनके साथ खुलकर चर्चा करें और सही मार्गदर्शन देकर आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेने में इनकी मदद करें।
    सलाह – निर्णय लेने में उनकी मदद करें |
  6. इन्हें झगड़ों से दूर रहना पसंद होता है। इसलिए, जब भी इनके साथ कोई गलतफहमी हो, तो उसे शांतिपूर्वक बातचीत से सुलझाने की कोशिश करें। धैर्य के साथ इनकी बातों को समझें और इन्हें आसानी से समझाने की कोशिश करें।
    सलाह – बातचीत से चीजों को सुलझाने की कोशिश करें |
  7. ये अपने परिवार को सबसे पहली अहमियत देते हैं। इसलिए, इनके साथ जिम्मेदारी उठाना सीखें, घर के कामों में इनका हाथ बटाएं, और इनके परिवार के साथ भी अच्छा रिश्ता बनाने की कोशिश करें।
    सलाह – इनके परिवार के साथ भी अच्छा रिश्ता बनाने की कोशिश करें |
  8. ये अपने सपनों को लेकर बहुत ही समर्पित होते हैं। इनके लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इनकी मदद करें और इन्हें प्रेरणा दें।
    सलाह – उनके सपनों को पूरा करने में उनकी मदद करें |

निष्कर्ष –

हमने भाग्यांक 6 के बारे में यह जाना है कि ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। ये अपने रहन-सहन और अपने चेहरे का बहुत ध्यान रखते हैं। भाग्यांक 6 के जातक हमेशा दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं और उनकी भावनाओं को अच्छी तरह से समझते हैं। लेकिन कई बार यह भी देखा गया है कि भाग्यांक 6 के व्यक्ति अत्यधिक भावुक होते हैं और दूसरों की बातों का जल्दी बुरा मान लेते हैं।

हमने भाग्यांक 6 के बारे में जो भी जानकारी दी है, उसके लिए हमने बहुत रिसर्च और अभ्यास किया है। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, जिससे कि हमें यह पता चले कि हमारा किया हुआ अभ्यास और रिसर्च आपके कितनी काम आई है और दी गई जानकारी में से आप कितनी बातों से जुड़ पाते हैं। आपका एक कमेंट हमें बेहतर तरीके से काम करने में मदद करेगा। भाग्यांक 6 के बारे में और जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। यह भी आपको जानना जरूरी है कि जब भी आपकी कुंडली देखी जाती है, तो सिर्फ आपका भाग्यांक नहीं देखा जाता है, उसके साथ-साथ आपकी राशि, मूलांक , आपका गण कौन सा है (मनुष्यगण है या राक्षसगण), आपका तत्व कौन सा है (अग्नि है या जल तत्व है?), आप किस नक्षत्र में पैदा हुए हैं, इस सबके बारे में देखा जाता है। तो इससे आपको अपने पूरे स्वभाव के बारे में पता चल सकता है। तो आप हमारे साथ जुड़े रहें, जिससे कि आप इन सब के बारे में भी जान सकें और इन्हीं बातों को जानकर जिंदगी को और बेहतर बना सकें। और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सभी लोगों को सद्बुद्धि दें, सबका अच्छा हो, और सभी लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए जीवन में आगे बढ़े और भाग्यांक 6 से जुड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें, और प्रेम से बोलें “राधे राधे”।

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