क्यों भाग्यांक 4 के लोग जल्दी बदलाव नहीं कर पाते है ? जानिए उपाय |

भाग्यांक 4 के लोग जल्दी बदलाव नहीं कर पाते क्योंकि उनका स्वभाव स्थिरता पर आधारित होता है। ये लोग योजनाबद्ध तरीके से काम करना पसंद करते हैं और किसी भी बदलाव को अपनाने में समय लेते हैं। बदलाव के प्रति इनका झुकाव कम होता है क्योंकि वे जोखिम से बचना चाहते हैं और हर स्थिति का गहराई से निरीक्षण करते हैं। इन व्यक्तियों को नई परिस्थितियों के अनिश्चित परिणामों का डर होता है, जिससे वे अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलने में हिचकिचाते हैं। इसके अलावा, उनका मूल स्वाभाव लंबे समय तक टिकने वाली चीजों तरफ होता है । अगर किसी की पूरी जन्मतारीख को मिलाकर अंक 4 आता है, तो उसका भाग्यांक 4 होता है। भाग्यांक 4 के व्यक्ति राहू से रूल होते हैं। ये लोग हमेशा भीड़ से हटकर सोचते हैं। दूसरों से अलग सोचना भाग्यांक 4 वालों की खासियत होती है। इनके लिए उनकी फॅमिली हमेशा पहली प्राइऑरिटी होती है। आइए, अब भाग्यांक 4 के गुण और अवगुण, स्वामी ग्रह के उपाय और उनके जीवन में कौन से बदलाव करना जरूरी है, इसके बारे में अच्छे से जानते हैं।

Bhagyank 4

भाग्यांक 4 के गुण

  1. किसी भी काम को योजना के साथ करना, काम पूरा होने तक उसमें डटे रहना, काम पूरी जिम्मेदारी उठाना, और भीड़ से अलग सोचकर किसी भी समस्या का समाधान निकालना, भाग्यांक 4 बहुत अच्छे से आता है।
  2. कल्पना में जीने के बजाय हमेशा तर्कसंगत और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हैं और चीजों के बारे में कम सोचकर ज्यादा काम करते हैं।
    गुण – सोचना कम और काम ज्यादा करना।
  3. भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति बहुत धैर्यवान होते हैं और किसी भी परिस्थिति में जल्दी हार नहीं मानते। वे हमेशा आखिर डटे रहते हैं।
    गुण – धैर्यवान।
  4. ये बहुत जिम्मेदार और भरोसेमंद होते हैं। किसी भी काम को पूरी मेहनत और जिम्मेदारी के साथ पूरा करना इनकी पहचान है।
    गुण – जिम्मेदार और भरोसेमंद।
  5. भाग्यांक 4 के व्यक्ति बहुत स्थिर होते हैं। ये हमेशा अपने विचारों को एक जैसा रखते हैं और बार-बार किसी के कहने या किसी वजह से निर्णय नहीं बदलते।
    गुण – स्थिर रहना।
  6. भाग्यांक 4 वाले बहुत वफादार होते हैं। ये अपने परिवार और दोस्तों से दिल से जुड़े रहते हैं।
    गुण – रिश्तों के प्रति वफादार।
  7. परिस्थिति कैसी भी हो, हमेशा समस्या का हल ढूंढ ही लेते हैं। यही बात भाग्यांक 4 वालों की सबसे बड़ी ताकत है।
    गुण – समस्या का हल ढूंढना।
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  8. भाग्यांक 4 वाले किसी काम को शुरू करने से पहले उसकी पूरी योजना बना लेते हैं। यही कारण है कि वे अपना काम आसानी से और जल्दी पूरा कर लेते हैं।
    गुण – काम करने की योजना बनाना।

अगर भाग्यांक 4 के जातक का स्वामी ग्रह राहू अच्छे से संतुलित है या नहीं, यह जानने के लिए उनके व्यवहार और आदतों को ध्यान से समझना जरूरी है। हमने जो भी अवगुण और बुरी आदतों के बारे में बताया है, वे इनके अंदर पहले से दिखाई देंगी, और यह संकेत हो सकते हैं कि इनका स्वामी ग्रह संतुलित नहीं है। अगर जातक में ये लक्षण लगातार दिख रहें हो , तो यह दर्शाता है कि उनके जीवन में राहू ग्रह का प्रभाव असंतुलित है, और इसे संतुलित करने के उपाय करने चाहिए।

भाग्यांक 4 के अवगुण

  1. कई बार भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति अपने ही विचारों में खोए रहते हैं, जिसकी वजह से बड़े निर्णय लेने में बहुत समय लगाते हैं। यह अधिक सोचने की आदत उन्हें संकोची बना सकती है।
    अवगुण – अधिक सोचना।
  2. कई बार भाग्यांक 4 वाले अपनी ही बातों पर अड़े रहते हैं और दूसरों की राय को नजरअंदाज कर देते हैं। इस कारण कई लोग इन्हें सलाह देने से भी बचते हैं।
    अवगुण – अपनी बातों पर अड़े रहना।
  3. हर समस्या का हल खुद निकालने की आदत के कारण भाग्यांक 4 वाले जरूरत पड़ने पर भी किसी की मदद नहीं लेते। इस वजह से वे समस्या में लंबे समय तक घिरे रह सकते हैं। दूसरों से मदद मांगने में इन्हें कठिनाई होती है।
    अवगुण – जरूरत पड़ने पर भी दूसरों की मदद नहीं लेना।
  4. कई बार अपनी व्यावहारिकता के कारण भाग्यांक 4 वाले दूसरों की भावनाओं को समझ नहीं पाते, जिससे वे भावनात्मक मुद्दों को नजरअंदाज कर देते हैं। इस वजह से दूसरों को लगता है कि भाग्यांक 4 उन्हें अहमियत नहीं देते।
    अवगुण – दूसरों की भावना को समझ नहीं पाना।
  5. भाग्यांक 4 वालों को नए विचार और आदतें अपनाना पसंद नहीं होता। वे अपनी पुरानी आदतों के कम्फर्ट में ही रहते हैं, जिसकी वजह से वे कुछ नया सीखने में इन्हें तकलीफ होती हैं।
    अवगुण – नए विचार और आदतों को न अपनाना।
  6. भाग्यांक 4 वाले अक्सर अपने विचारों में इतने खोए रहते हैं कि नए लोगों से मिलना और समाज में किसी नए कार्यक्रम में भाग लेना उनके लिए मुश्किल हो जाता है। नए लोगों से बातचीत करना उन्हें कठिन लगता है।
    अवगुण – सामाजिकता की कमी।
  7. जब इन पर काम या जिम्मेदारी का अधिक दबाव होता है, तो इन्हें गुस्सा जल्दी आ जाता है। इस दौरान ये अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाते।
    अवगुण – जल्दी तनाव आना और भावनाओं पर कम नियंत्रण।
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  8. भाग्यांक 4 वालों को अपने कम्फर्ट जोन में रहकर काम करना पसंद होता है। अगर कोई अच्छा और बड़ा काम उनके कम्फर्ट जोन से बाहर हो, तो वे उसे करने से बचते हैं। इस कारण वे जीवन में कई अच्छे मौके गवां देते हैं।
    अवगुण – अवसरों को गवाना।

हमने जो भी आपको करियर ऑप्शन्स दिए हुए हैं, वे आपकी आदतों से मिलते-जुलते हैं या ऐसा काम हो सकता है जो आपको पसंद आता हो। अगर इन करियर ऑप्शन्स में से कोई आपको अच्छा लगता है, तो आपको उसे जरूर चुनना चाहिए।

भाग्यांक 4 के करियर

  1. भाग्यांक 4 वालों को संगठित और अनुशासन में रहकर जीवन जीना पसंद होता है। इसलिए वे सरकारी नौकरी या खेल के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – सरकारी नौकरी, स्पोर्ट।
  2. इन्हें हमेशा नई चीजों को जानने और समझने में रुचि होती है। इसलिए ये रिसर्च सेंटर या मेडिकल फील्ड, जहाँ हर बार कुछ नया सीखने को मिलता है, ऐसी फील्ड में अच्छा करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – रिसर्च सेंटर, मेडिकल फील्ड।
  3. इनके अंदर तकनीकी चीजों को समझने की अच्छी क्षमता होती है और ऐसी चीजें ये आसानी से सीख लेते हैं। इसलिए ये आईटी, इंजीनियरिंग, और सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में अच्छा करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – आईटी, इंजीनियरिंग, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट।
  4. ये हमेशा योजना बनाकर काम करते हैं और पैसों के मामले में सतर्क रहते हैं। इसलिए ये बैंकिंग, और चार्टर्ड अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – बैंकिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंसी।
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  5. इनके अंदर रचनात्मकता होती है और चीजों को बारीकी से देखने की आदत भी। इसलिए ये वास्तुकला और इंटीरियर डिजाइन जैसे क्षेत्रों में भी अच्छा करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – वास्तुकला, इंटीरियर डिजाइन।
  6. ये जो भी काम हाथ में लेते हैं, उसे पूरी जिम्मेदारी और डिसप्लिन के साथ पूरा करते हैं। इसलिए पुलिस या आर्मी में भी यह अपना अच्छा करियर बना सकते हैं।
    फील्ड – पुलिस, आर्मी।

करियर चुनते वक्त आपको इस बात का ध्यान देना है कि जो भी हमने फील्ड बताई है, वह केवल सुझाव हैं। जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ इन्हीं को चुनें। अगर आपको कोई ऐसी फील्ड पसंद है जो हमने नहीं बताई है, तो आप उसे भी चुन सकते हैं। अक्सर हम वहीं अच्छा काम और करियर बना पाते हैं, जो हमारी पसंद का हो|

हमारे द्वारा दिए गए उपाय और रेमेडी भाग्यांक 3 के स्वामी ग्रह राहू को संतुलित करने के लिए हैं, जिन्हें आप कम समय में और आसानी से कर सकते हैं। यदि आप इन्हें नियमित रूप से करते हैं, तो एक-दो हफ्ते में ही आपको सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे |

भाग्यांक 4 के लिए उपाय

  1. भाग्यांक 4 वालों का स्वामी ग्रह राहू है। इस कारण, भाग्यांक 4 वाले राहू के बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप दिन में कम से कम 21 बार, 51 बार, या 108 बार करना चाहिए।
    मंत्र – “ॐ रां राहवे नमः”
  2. हर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
  3. राहू ग्रह को शांत करने के लिए शनिवार के दिन नारियल का दान करें।
  4. जितना अधिक आप सात्विक भोजन करेंगे, उतना ही राहू ग्रह आपके लिए शुभ होता जाएगा |
  5. गाय को हरा चारा खिलाना राहू ग्रह को प्रसन्न करने का एक अच्छा उपाय है।
  6. शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर जाकर काले तिल या काली उड़द अर्पित करें।
  7. मांस और शराब का पूरी तरह से त्याग करना राहू ग्रह की शांति के लिए लाभदायक है।

अभी हमने आपको जो भी सलाह दी है, वह आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में आपको किन चीजों पर काम करने की जरूरत है, उसके बारे में है। जब तक आप नीचे दी गई बातों पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक आपके जीवन में अच्छा और सकारात्मक परिणाम लाना आपके लिए कठिन हो सकता है, क्योंकि बहुत बार सिर्फ नीचे दी गई आदतों की वजह से ही आपके जीवन में अशांति और असफलता हो सकती है। तो जो भी सलाह दी है, उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें।

भाग्यांक 4 के लिए सलाह

  1. हमेशा अपने ही विचारों और राय को सही न मानें। दूसरों की राय और बातों को ध्यान से सुनने और समझने की कोशिश करें। अत्यधिक कठोरता से बचें, क्योंकि इससे आपके रिश्तों में दूरी आ सकती है।
    सुधार का क्षेत्र – जीवन में थोड़ा लचीलापन लाएँ और नए विचारों को अपनाने का प्रयास करें।
  2. भाग्यांक 4 वालों का स्वामी ग्रह राहू होता है। इस कारण, ये लोग अक्सर अधिक सोचने लगते हैं और छोटी-छोटी बातों का भी तनाव लेने लगते हैं। इसलिए, इस आदत पर नियंत्रण रखें और अपनी ऊर्जा को अच्छे कामों में लगाएँ।
    सुधार का क्षेत्र – छोटी-छोटी बातों को लेकर विचार कम करें।
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  3. जितना हो सके, बुरी चीजों और आदतों से दूर रहें। भले ही ये आदतें शुरू में मजा दें, लेकिन राहू के प्रभाव के कारण ये भविष्य में मानसिक तनाव का कारण बन सकती हैं।
    सुधार का क्षेत्र – बुरी आदतों और चीजों से दूरी बनाए रखें।
  4. अनुशासन में रहकर जीवन जीने की आदत डालें। जैसे समय पर भोजन करना, सोना, और जागना। इन आदतों से राहू का सकारात्मक प्रभाव बढ़ेगा और आप मानसिक रूप से अधिक स्थिर और अच्छा महसूस करेंगे।
    सुधार का क्षेत्र – अनुशासन में जीने की आदत डालें।
  5. हर दिन ध्यान, योग करें और आध्यात्मिकता में रुचि लें। यह न केवल राहू को शांत करेगा बल्कि आपको मानसिक शांति भी देने में भी मदत करेगा ।
    सुधार का क्षेत्र – ध्यान, योग, और भक्ति करें।
  6. अपने मन को अनावश्यक भटकने से बचाएँ और इसे सही कार्यों में लगाएँ। इससे आप जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ेंगे नहीं तो छोटी बुरी आदत कब बढि बन जाएगी यह आपको पता भी नहीं चलेगा ।
    सुधार का क्षेत्र – सही कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
  7. जितना हो सके, नए लोगों से मिलें, नई चीजें आजमाएँ, और नई सोच को अपनाने का प्रयास करें।
    सुधार का क्षेत्र – नएपन को अपनाने की कोशिश करें।

यदि आपका जीवनसाथी भाग्यांक 4 का है, तो नीचे दी गई जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है। क्योंकि उनके स्वभाव को अच्छी तरह समझने के बाद न केवल आप उन्हें बेहतर ढंग से समझ पाएंगे, बल्कि उन्हें बेहतर ढंग से समझा भी पाएंगे, और आपके जीवनसाथी को ऐसा लगेगा कि आप उन्हें समझते हैं। इससे आपका और उनका रिश्ता और बेहतर और गहरा बनता जाएगा। इसलिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े और इन्हीं बातों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें, जिससे कि आपके रिश्ते में एक मिठास बनी रहे और आप दोनों जिंदगी को अच्छे से जी सकें।

भाग्यांक 4 के जीवनसाथी
के लिए सलाह

  1. अगर आपका जीवनसाथी भाग्यांक 4 का है, तो आपको यह समझने की जरूरत है कि वे अक्सर यह अपनी ही दुनिया में खोए रहते हैं। वे अपनी भावनाओं को आसानी से किसी के साथ शेयर नहीं कर पाते और अंदर ही अंदर मानसिक तनाव का सामना करते हैं। इसलिए, उनके साथ एक दोस्त जैसा रिश्ता बनाने की कोशिश करें ताकि वे अपने दिल की बातें आपसे खुलकर कह सकें। इससे उन्हें मानसिक शांति मिलेगी और वे बेहतर निर्णय ले पाएँगे।
    सलाह – उनके साथ एक दोस्त जैसा रिश्ता बनाएँ।
  2. इन्हें अपनी मर्जी से जीना बहुत पसंद होता है। इसलिए, उनके पर्सनल स्पेस का सम्मान करें और उसमें हस्तक्षेप न करें। कभी भी उन पर नियंत्रण करने की कोशिश न करें, क्योंकि यह उन्हें पसंद नहीं आता और आपके रिश्ते में दूरी का कारण बन सकता है।
    सलाह – इन्हें नियंत्रण करने की कोशिश न करें।
  3. इनके लिए रिश्तों में भरोसा और ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण होती है। वे चाहते हैं कि हर बात निष्ठा और सच्चाई के साथ की जाए। इसलिए, हमेशा उनसे ईमानदारी से पेश आएँ और भरोसे का रिश्ता बनाए रखें।
    सलाह – रिश्ते में ईमानदारी बनाए रखें।
  4. इन्हें आध्यात्मिक मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, क्योंकि वे अक्सर मानसिक तनाव से जूझते हैं। उनकी बातें ध्यान से सुनें और उन्हें ध्यान, योग, और आध्यात्म को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करें। यह न केवल उनके तनाव को कम करेगा, बल्कि उन्हें मानसिक शांति भी प्रदान करेगा।
    सलाह – ध्यान, योग और आध्यात्म की ओर प्रेरित करें।

निष्कर्ष –

हमने भाग्यांक 4 के बारे में यह जाना कि इन्हें भीड़ से हटकर काम करने की आदत होती है। ये जो भी काम शुरू करते हैं, उसे पूरी लगन और मेहनत के साथ पूरा करते हैं। इनका स्वभाव बहुत ही व्यावहारिक होता है, और ये किसी भी समस्या का हल आसानी से ढूंढ लेते हैं। हालांकि, कभी-कभी ज्यादा सोचने की आदत के कारण ये निर्णय लेने में देरी कर देते हैं, जिससे कई मौके हाथ से निकल जाते हैं। इसके अलावा, भाग्यांक 4 वाले अपनी भावनाओं को दूसरों के सामने व्यक्त करने में और दूसरों की भावनाओं को समझने में भी कठिनाई महसूस करते हैं।

हमने भाग्यांक 4 के बारे में जो भी जानकारी दी है, उसके लिए हमने बहुत रिसर्च और अभ्यास किया है। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, जिससे कि हमें यह पता चले कि हमारा किया हुआ अभ्यास और रिसर्च आपके कितनी काम आई है और दी गई जानकारी में से आप कितनी बातों से जुड़ पाते हैं। आपका एक कमेंट हमें बेहतर तरीके से काम करने में म|दद करेगा। भाग्यांक 4 के बारे में और जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। यह भी आपको जानना जरूरी है कि जब भी आपकी कुंडली देखी जाती है, तो सिर्फ आपका भाग्यांक नहीं देखा जाता है, उसके साथ-साथ आपकी राशि, मूलांक , आपका गण कौन सा है (मनुष्यगण है या राक्षसगण), आपका तत्व कौन सा है (अग्नि है या जल तत्व है?), आप किस नक्षत्र में पैदा हुए हैं, इस सबके बारे में देखा जाता है। तो इससे आपको अपने पूरे स्वभाव के बारे में पता चल सकता है। तो आप हमारे साथ जुड़े रहें, जिससे कि आप इन सब के बारे में भी जान सकें और इन्हीं बातों को जानकर जिंदगी को और बेहतर बना सकें। और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सभी लोगों को सद्बुद्धि दें, सबका अच्छा हो, और सभी लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए जीवन में आगे बढ़े और भाग्यांक 4 से जुड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें, और प्रेम से बोलें “राधे राधे”।