छह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान। 6 Mukhi rudraksha ke fayde aur nukasan

छह मुखी रुद्राक्ष को पहनने के बहुत से फायदे है जिनकी भी शुक्र ग्रह से जुड़ी परेशानी है या काम का पैसा हमेशा अटका हुआ रहता है या लाइफ में लग्शरी की कमी रहती है तो उस व्यक्ति को तो छह मुखी का रुद्राक्ष जरूर पहनना चाहिए | छह मुखी रुद्राक्ष के देवता भगवान कार्तिकेय माने जाते हैं, और इसके स्वामी ग्रह शुक्र हैं। इसे पहनने से व्यक्ति के अंदर कॉन्फिडेंस, स्मार्टनेस और अट्रैक्शन बढ़ता है। 6 मुखी रुद्राक्ष तुला और वृषभ राशि के जातकों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है और यह उनके स्वामी ग्रह शुक्र को भी बैलेंस करने में भी मदद करता है। जिन्ह भी लोगों को गुस्सा ज्यादा आता है उनको तो 6 मुखी का रुद्राक्ष जरूर पहनना चाहिए इससे उनको अपनी भावना के ऊपर धीरे-धीरे कंट्रोल आने लगेगा| आइए अब 6 मुखी रुद्राक्ष को पहनने के तरीके और नियम के बारें में पूरे विस्तार से जानते है |

6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे

6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे। Benifits of wearing 6 Mukhi Rudraksha

कॉन्फिडेंस, स्मार्टनेस और अट्रैक्शन का बढ़ना : छह मुखी रुद्राक्ष को पहनने से इंसान के अंदर कॉन्फिडेंस बढ़ता है| एक स्मार्ट व्यक्ति की तरह सोचने लगता है,जिंदगी में हर चीज में बैलन्स बनाए रखने की कोशिश करता और दूसरे लोग उसकी तरफ जल्दी अट्रैक्ट होने लगते है |

शुक्र ग्रह को मजबूत:जिनकी भी कुंडली में शुक्र ग्रह से जुड़े दोष है या पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में शुक्र ग्रह की वजह से परेशानी आ रही है तो 6 मुखी का रुद्राक्ष उसे दूर करने में मदद करता है | जिनकी लाइफ में लग्शरी नहीं है या हमेशा पैसों को लेकर प्रॉब्लेमस रहती है ऐसे समस्या को भी दूर करने में यह रुद्राक्ष मदद करता है |

मैरीड इशू सॉल्व: शुक्र ग्रह की वजह से अगर किसी की शादी में दिक्कतें आ रही हैं या पति-पत्नी के बीच में प्यार की कमी आ रही है तो यह उसे भी कम करने में मदद करता है और पति-पत्नी के बीच की दूरी को कम करता है |

नकारात्मकता और दुश्मनों से सुरक्षा: बुरी नजर से और जो भी व्यक्ति आपसे जलते है और हमेशा आपको पीछे खीचने की कोशिश करते है तो उनसे भी बचाने में छह मुखी का रुद्राक्ष मदद करता है इसे पहनने के बाद ऐसे लोग आपसे किसी ना किसी बहाने से दूर चले जाते है |

वृषभ और तुला राशि वालों के लिए खास: वृषभ (Taurus) या तुला (Libra) राशि के जातकों के लिए यह पहनना सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इससे उनका स्वामी ग्रह शुक्र भी बैलन्स होता है और पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में एक बैलन्स बने रहने में मदद मिलती है | जिसकी वजह से छह मुखी रुद्राक्ष उनके लिए बहुत अच्छा साबित होता है और शुक्र ग्रह से दोषों को भी कम करता है और इनकी मैरीड लाइफ को भी अच्छा करता है |

करियर और बिजनेस में सफलता:
6 मुखी का रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को जल्दी काम में सफलता मिलती है और जो भी लोग नया स्टार्ट-उप कर रहे है या कोई बिजनेस कर रहे है तो उसमें भी जल्दी कामयाबी दिलाने में यह मदद करता है |

  • 6 मुखी रुद्राक्ष
  • स्वामी ग्रह: शुक्र
  • शासक देवता: भगवान कार्तिकेय
  • अनुशंसित राशि: वृषभ और तुला राशि के लिए विशेष लाभकारी
  • मंत्र: ” ॐ हूं नमः

6 मुखी रुद्राक्ष के हेल्थ से जुड़े फायदे :

ब्लड प्रेशर और हार्मोनल प्रॉब्लम्स में फायदेमंद: छह मुखी का रुद्राक्ष ब्लड प्रेशर को संतुलन में रखता है और हार्मोनल प्रॉब्लेमस को भी बैलन्स रखने में यह मदद करता है |

गुप्त रोग: बहुत से गुप्त रोगों में भी यह बहुत अच्छा काम करता है खासकर सेक्शुअल प्रॉबलेमस को भी कम करने में यह मदद करता है |

इम्यूनिटी को मजबूत करता है: छह मुखी रुद्राक्ष को पहनने से रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ती है और इम्यूनिटी अच्छी होती है और किसी भी बीमारी के बुरे सेल्स को कम करने में यह मदद करता है |

6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नियम |Rules for wearing 6 Mukhi Rudraksha

  • छह मुखी रुद्राक्ष: छह मुखी रुद्राक्ष शुक्रवार और सोमवार के दिन पहनना सबसे अच्छा माना जाता है,जिसकी वजह से पहने के पहले दिन उसे गंगाजल में या गाय के कच्चे दूध या घी में डुबोकर रखें फिर उसे सुबह साफ पानी से धो ले और फिर रुद्राक्ष को हाथ में लेकर “ॐ नमः शिवाय” और “ॐ हूं नमः” मंत्र का भी 108 बार जाप करें और मंत्र का जाप करते हुवे ही अपने गले में यह हाथ में पहने |
  • 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का सही समय:अगर छह मुखी रुद्राक्ष का लाभ अधिक से अधिक उठाना है तो इसे महाशिवरात्रि के दिन या श्रावण महीने के किसी भी सोमवार को पहने इस दिन पहनने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के काम जल्दी बनने लगते है |
  • छह मुखी रुद्राक्ष धारण करने का तरीका: छह मुखी रुद्राक्ष को सोना-चांदी में या लाल धागे में भी पहन सकते है | अगर आप गले में पहनना चाहते है तो गले में पहने और हाथ में पहनना चाहते है तो हाथ में पहने सिर्फ इस बात का ध्यान रखे की रुद्राक्ष आपके शरीर को छूना चाहिए जिससे की यह आपके शरीर के अंदर की नेगेटिव एनर्जी को सोख ले और जिंदगी में सकारात्मक परिणाम लाए |
  • छहमुखी रुद्राक्ष को कौन इसे पहन सकता है
  • स्टूडेंट्स और रिसर्च करने वाले लोग |
  • बिजनेस और करियर में ग्रोथ चाहने वाले |
  • वृषभ और तुला राशि के जातक |
  • ब्लड प्रेशर, हार्मोनल प्रॉब्लम या संतान से जुड़ी परेशानी झेल रहे लोग |
  • पैसों से और मैरीड लाइफ में परेशानी वाले |
  • जो लोग नेगेटिव एनर्जी और दुश्मनों से बचना चाहते हैं |

6 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान |Disadvantages of wearing 6 Mukhi Rudraksha

आप किसी भी तरह का असली रुद्राक्ष पहने इससे कोई भी नुकसान नहीं होता है,इसमे जेम्स स्टोन की तरह कुंडली देखकर पहना नहीं जाता बल्कि प्रॉब्लेमस को देखकर पहना जाता है लेकिन किसी भी 10 मुखी से ज्यादा वाले रुद्राक्ष को पहनते समय इस बात का ध्यान हमेशा रखे की इनमे एनर्जी ज्यादा होती है जिसकी वजह से आपकी सहन शक्ति के अनुसार सही ज्योतिष से पूछकर ही रुद्राक्ष को धारण करें | लेकिन आप नीचे दी गई बातों का ध्यान नहीं रखते है तो आपको रुद्राक्ष का फायदा भी नहीं होता है |

  • 6 मुखी रुद्राक्ष के नियम:रुद्राक्ष की शुद्धता रखना भी बहुत जरूरी है जिससे की उसे पहनने पर उसका पूरा लाभ मिल सके और लेकिन जब भी रुद्राक्ष को उतारने की जरूरत पढे तो हमेशा उसे साफ कपड़े में बांधकर पूजा घर में रखे या किसी साफ बॉक्स में रखे |
  • छह मुखी रुद्राक्ष पहनते समय: जो भी व्यक्ति मांस खाता है , शराब पिता है यह किसी भी तरह से नशीले पढ़ार्थ का सेवर् करता है कौनसा भी रुद्राक्ष पहना हो उसे कुछ लाभ नहीं मिलेगी |
  • 6 मुखी रुद्राक्ष की देखभाल: छह मुखी रुद्राक्ष की ऊर्जा बनी रहे, इसके लिए इसे समय-समय पर साफ करना बहुत जरूरी है। इसे हर 3-4 महीने में पानी या दूध से साफ करते रहें, ताकि इससे मिलने वाला पूरा लाभ प्राप्त हो सके।

निष्कर्ष –
6 मुखी रुद्राक्ष के बहुत से फायदे हैं। इसे पहनने से इंसान की कुंडली में शुक्र ग्रह से जुड़ी समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगती हैं। जिनकी भी मैरीड लाइफ में कोई परेशानी है या शुक्र ग्रह की वजह से शादी में दिक्कत आ रही है, तो वह भी दूर होने लगती है। जो भी लोग नया काम शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए भी 6 मुखी रुद्राक्ष बहुत लाभदायक होता है और नए काम में सफलता दिलाने में मदद करता है। तुला राशि और वृषभ राशि के जातकों के लिए छह मुखी रुद्राक्ष सबसे अच्छा माना जाता है।

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  1. 6 मुखी रुद्राक्ष कौन पहन सकता है?
    कोई भी व्यक्ति इसे पहन सकता है, चाहे वह पुरुष हो, स्त्री हो या बच्चा। लेकिन कुछ रुद्राक्षों में ऊर्जा अधिक होती है, इसलिए हमेशा ज्योतिषी से सलाह लेकर ही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। छह मुखी रुद्राक्ष खासकर तुला राशि और वृषभ राशि के जातकों के लिए शुभ माना जाता है।
  2. छह मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है?
    छह मुखी रुद्राक्ष पहनने से इंसान की कई परेशानियां दूर होती हैं, जैसे मैरीड इशू, हेल्थ प्रॉब्लेमस और पैसों से जुड़ी समस्याएं। इसे पहनने के बाद इंसान की जिंदगी से शुक्र ग्रह की प्रॉब्लेमस को कम करने में मदद करता है|
  3. रुद्राक्ष पहनकर क्या नहीं करना चाहिए?
    रुद्राक्ष पहनने के बाद मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। रुद्राक्ष को पहनने का उद्देश्य बुरी आदतों को छोड़ना होता है, इसलिए इन नियमों का पालन करना आवश्यक है। जिससे की रुद्राक्ष का पूरा लाभ मिल सकें |
  4. शुक्र के लिए कौन सा मुखी रुद्राक्ष है?
    शुक्र ग्रह के लिए 6 मुखी रुद्राक्ष को सबसे उत्तम माना जाता है। इसे पहनने के बाद शुक्र ग्रह से जुड़ी समस्याएं धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं। पैसों से जुड़ी समस्या को कम करने में यह रुद्राक्ष मदद करता है |
  5. गले में कौन सा रुद्राक्ष पहनना चाहिए?
    गले में कोई भी रुद्राक्ष पहना जा सकता है, लेकिन अगर कुंडली का ज्ञान नहीं है, तो पंचमुखी रुद्राक्ष सबसे अच्छा ऑप्शन होता है। 5 मुखी रुद्राक्ष को कोई भी बिना कुंडली देखे पहन सकता है।
  6. शनि के लिए कौन सा रुद्राक्ष?
    शनि ग्रह के लिए 7 मुखी रुद्राक्ष पहना जाता है। जिस व्यक्ति को शनि की साढ़े साती, शनि की महादशा या शनि की ढैया से परेशानी हो, उसके लिए यह लाभदायक होता है।
  7. क्या नहाते समय रुद्राक्ष उतारना चाहिए?
    हाँ, क्योंकि शैंपू और साबुन में मौजूद केमिकल की वजह से रुद्राक्ष खराब हो सकता है। बेहतर होगा कि रात में सोने से पहले इसे उतार लें और सुबह स्नान के बाद दोबारा पहनें।
  8. रुद्राक्ष को घी में क्यों डालते हैं?
    रुद्राक्ष को देशी घी में डालने से उसकी ऊर्जा बढ़ती है और वह अच्छे परिणाम देता है।
  9. चंद्रमा के लिए कौन सा रुद्राक्ष अच्छा है?
    2 मुखी रुद्राक्ष को चंद्रमा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसे पहनने से कुंडली में चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
  10. रुद्राक्ष को कैसे धोना चाहिए?
    रात को देशी गाय के दूध या घी में डुबोकर रखें और सुबह साफ पानी से धो लें।