भाग्यांक 1 वालों की भावना को दूसरा समझ नहीं पाते हैं क्योंकि ये अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त नहीं करते हैं। इनका स्वभाव भी आत्मनिर्भर और आत्मकेंद्रित होता है, जिससे कि ये अपनी परेशानी और मन में चल रही बातें दूसरों के साथ बताने से डरते हैं। भाग्यांक 1 के जातक फैसला लेने के बाद जल्दी बदलते नहीं हैं, जिसकी वजह से दूसरे लोग इन्हें पत्थरदिल और जिद्दी समझ लेते हैं। इसके अलावा, भाग्यांक 1 के जातक अपनी परेशानी को खुद ही हल करना पसंद करते हैं और दूसरों से सहानुभूति की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं करते हैं। भाग्यांक 1 के जातक स्वभाव से बहुत ज्यादा व्यावहारिक और तर्कसंगत होते हैं, जिससे कि दूसरे इनके अंदर की भावनाओं को समझ नहीं पाते हैं। अगर ये दुखी भी होते हैं तो अपने चेहरे पर इसे बिल्कुल भी नहीं दिखाते हैं और दूसरों की परवाह शब्दों में व्यक्त नहीं करते हैं। भाग्यांक 1 के जातक इमोशनल होते हैं, लेकिन अपनी भावनाओं को छिपाने में भी माहिर होते हैं। इनकी इसी आदत की वजह से दूसरों को यह गलतफहमी हो जाती है कि इनके अंदर कोई भी भावना नहीं है। इसी वजह से दूसरे लोग चाहते हुए भी इनका हाल पूछने नहीं जाते हैं। इससे बचने के लिए भाग्यांक 1 वालों को अपने मन की बातों को दूसरों के सामने कहने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से धीरे-धीरे लोग भी इनके साथ कम्फर्टेबल होने लगेंगे और इन्हें एक इमोशनल सपोर्ट दे सकते हैं।

भाग्यांक 1 के फैक्टस
- मोटिवेटर: अपने आसपास के लोगों को मोटिवेट करना बहुत अच्छी तरह से जानते हैं और अपनी बातों से दूसरों के खराब मूड को अच्छा बनाने में भी माहिर होते हैं। भाग्यांक 1 वालों की बातें सुनकर ही दूसरे लोग रिलैक्स महसूस करते हैं।
- प्रॉब्लेम सॉल्वर: किसी भी परेशानी का हल ढूंढ ही लेते हैं, ये बहुत अच्छे प्रॉब्लेम सॉल्वर होते हैं।
जल्दी सीखना: दूसरों के मुकाबले भाग्यांक 1 के जातक जल्दी सीख लेते हैं। किसी भी विषय को ये तेज़ी से समझ जाते हैं। - लीडरशिप क्वालिटी: भाग्यांक 1 वालों के अंदर एक लीडर के बहुत से गुण होते हैं। कितने भी बुरे हालात हों, ये जल्दी हार नहीं मानते। जिंदगी में आने वाली हर परेशानी का डटकर सामना करते हैं। बुरे हालात में जल्दी गिव अप न करने की वजह से ही ये हर मुश्किल से बाहर निकल जाते हैं।
- कॉन्फिडेंट: जो भी काम हाथ में लेते हैं, उसे पूरे कॉन्फिडेंस के साथ करते हैं। भाग्यांक 1 वालों का खुद पर विश्वास देखकर ही दूसरे लोग भी इन्हें काम देना पसंद करते हैं।
- निर्णय क्षमता: दूसरों के मुकाबले ये जल्दी निर्णय लेने में काबिल होते हैं। जहाँ दूसरों को निर्णय लेने में परेशानी होती है, वहाँ ये सोच-समझकर फैसला लेने में माहिर होते हैं। भाग्यांक 1 के जातक तेज़ और सही निर्णय लेने में सक्षम होते हैं।
- प्रैक्टिकल और क्लियर थिंकिंग: इनका सोचने का तरीका बहुत प्रैक्टिकल और क्लियर होता है। इन्हें हमेशा पता होता है कि क्या करना है और जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए कौन से स्टेप लेने हैं। ये अपने गोल्स को बहुत क्लियर रखते हैं।
- स्पिरिचुअल + मटेरियलिस्टिक बैलेंस: भाग्यांक 1 के लोग स्पिरिचुअल होते हुए भी मटेरियलिस्टिक चीजों का आनंद उठाते हैं। दोनों ही चीजों में किस तरह से बैलेंस बनाना है, ये बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। इसी कारण से ये खुश रह पाते हैं।
भाग्यांक 1 की कमजोरी
- नो प्लानिंग: बुरे से बुरे हालात से भी लड़ने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन सिचुएशन से किस तरह डील करना है, इसकी प्लानिंग बिल्कुल भी नहीं करते। कई बार देखा गया है कि बहुत सी नॉलेज होने के बावजूद सिर्फ प्लानिंग न होने की वजह से फेल हो जाते हैं।
- ज्यादा इमोशनल: छोटी-छोटी चीजों को लेकर ज्यादा इमोशनल रहते हैं और दूसरों की बातों को अपने दिल पर ले लेते हैं। दूसरों के किए हुए व्यवहार और बातों के बारे में ज्यादा सोचते हैं और सोच-सोचकर मानसिक रूप से परेशान रहते हैं।
- जल्दी निराश होना: काम न बनने पर जल्दी निराश हो जाते हैं और कई बार तो एक हार को ही अपनी जिंदगी समझ लेते हैं। इससे वे कुछ नया करने की कोशिश भी नहीं करते।
- एक्शन न लेना: सिर्फ सोचते रहते हैं और एक्शन बहुत ही कम लेते हैं। या फिर सिर्फ तब काम करते हैं जब मूड होता है। इनके इसी स्वभाव की वजह से कई मौके इनके हाथ से निकल जाते हैं।
- धैर्य की कमी: काम पूरा होने के तुरंत बाद ही परिणाम की अपेक्षा करते हैं और न मिलने पर निराश हो जाते हैं।
- आलोचना न स्वीकार करना: इन्हें सिर्फ अपने काम की तारीफ सुनना पसंद होता है और अगर कोई इनकी गलती निकालता है, तो उससे सीखने के बजाय नाराज हो जाते हैं।
उपाय (REMEDY)
- भाग्यांक 1 को सूर्य ग्रह के साथ जोड़ा जाता है, इसलिए इनकी जिंदगी में आने वाली परेशानियों को कम करने के लिए सूर्य ग्रह से जुड़े उपाय करने चाहिए। ऐसा करने से जिंदगी में आने वाली परेशानियाँ कम हो सकती हैं। सूर्य ग्रह का दिन रविवार माना जाता है, इसलिए रविवार के दिन उपवास करने से भी सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
- सूर्य ग्रह को मजबूत करना है तो हर दिन सुबह 8 बजे से पहले सूर्य को अर्घ्य दें। ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और कुंडली में सूर्य मजबूत होता है।
- सूर्य ग्रह को पिता के साथ जोड़ा जाता है, इसलिए यदि हर रोज पिता के पैर छूकर घर से निकलें, तो भी सूर्य ग्रह मजबूत होता है। यदि काम की वजह से पिता के पास नहीं हैं या पिताजी नहीं हैं, तो उनकी एक फोटो हमेशा अपने पास रखने से भी सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
- सूर्य ग्रह को अच्छा करने के लिए सबसे अच्छा उपाय सूर्य मंत्र का जाप करना है। इस मंत्र का जाप रविवार के दिन से शुरू कर सकते हैं और दिन में कम से कम 21, 51 या 108 बार जाप करें।
मंत्र – “ॐ घृणि सूर्याय नमः” - सूर्य ग्रह से जुड़ी वस्तुओं का रविवार के दिन जरूरतमंद लोगों को दान करें। गेहूं, गुड़, तांबे की वस्तुएँ और लाल वस्त्र ये सभी सूर्य ग्रह से जुड़ी वस्तुएँ हैं।
- गले में सोने की चेन पहनने से भी सूर्य और गुरु ग्रह मजबूत होते हैं।
- यदि आप अपने पिता या पिता समान व्यक्ति का सम्मान नहीं करते हैं, तो फिर कितनी भी रेमेडी कर लें, सूर्य अच्छा नहीं होगा। इसलिए हमेशा अपने पिता और पिता समान व्यक्ति का सम्मान करें।
निष्कर्ष –
भाग्यांक 1 के बारे में हमने ये जाना कि ये सूर्य ग्रह से रूल होते हैं और सूर्य ग्रह से रूल होने की वजह से इनके अंदर सूर्य के बहुत से गुण आते हैं, जैसे कि लीडरशिप क्वालिटी, कॉन्फिडेंस, निर्णय क्षमता और प्रैक्टिकल और क्लियर थिंकिंग, ये सब गुण इनके अंदर आते हैं। लेकिन इसके साथ देखा गया है कि इनकी कुछ नेगेटिव साइड भी होती है, जैसे कि हर तरह का काम करने का साहस तो रखते हैं, लेकिन किसी काम को करने की प्लानिंग नहीं करते हैं। छोटी-छोटी बातों को लेकर ज्यादा इमोशनल होते हैं और अगर कोई काम में गलती निकाले, तो उससे सीखने की बजाय गुस्सा करने लगते हैं। अगर इन्होंने इन सब बुरी आदतों को छोड़कर जिंदगी में आगे बढ़ना सीख लिया, तो ये बहुत आगे तक जा सकते हैं।