भाग्यांक 2 के व्यक्ति अपनी मन की बातों को दूसरों के सामने जल्दी कह नहीं पाते हैं, जिसकी वजह है उनका ज्यादा इमोशनल होना और हद से ज्यादा दूसरों की परवाह करना। भाग्यांक 2 वाले दिल के तो बहुत मासूम होते हैं, जिसकी वजह से हमेशा इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनसे जाने-अनजाने में किसी को कोई तकलीफ न हो। यह अपने विचारों को लेकर ज्यादा सोचते हैं कि अगर उन्होंने अपनी बातों को सामने वाले को बताया तो वह उन्हें गलत समझ सकते हैं या उनसे नाराज हो सकते हैं। इसलिए भाग्यांक 2 के व्यक्ति अपनी मन की बातों को दूसरों से कहने में तकलीफ महसूस करते हैं। इससे बचने के लिए भाग्यांक 2 वालों को धीरे-धीरे अपनी बातों को दूसरों से कहने की कोशिश करनी चाहिए, और अगर अपनी बातों को दूसरों से कहने में तकलीफ होती है, तो उसकी जगह डायरी में लिखने की आदत डालें, जिससे आपका मन हल्का हो जाएगा। योगा और मेडिटेशन करना आपको अपने विचारों में क्लियरिटी और बोलने में कॉन्फिडेंस लाने में मदद करेगा। अपनी बात को कहने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं और ध्यान दें कि किस जगह बोलना है और किस जगह नहीं। केवल वहां बोलें, जहां आपका बोलना जरूरी है। अगर कोई आपकी किसी काम के लिए तारीफ करता है, तो उसे स्वीकार करें, जिससे आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी हर वक्त पूरी तरह से कॉन्फिडेंट नहीं होता। हर व्यक्ति का कॉन्फिडेंस सिचुएशन के हिसाब से कम-ज्यादा होता है, और हर किसी को कभी न कभी नर्वसनेस महसूस होती है। इसलिए खुद को दूसरों से अलग या कमजोर न समझें। जितना हो सके, अपनी मन की बातों को कहना सीखें और जरूरत होने पर दूसरों को ना भी कहना सीखें। आइए अब भाग्यांक 2 को उनके लाइफ में होने वाले प्रॉब्लम्स से कैसे डील किया जाता है, इसके बारे में देखते हैं।

भाग्यांक 2 के लिए सलाह
- भाग्यांक 2 के लोगों में अक्सर यह देखा गया है कि हर किसी की बातों को अपने दिल पर ले लेते हैं, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि जिससे आपकी जिंदगी में कुछ अच्छा बदलाव हो और आप जिंदगी में आगे बढ़ सकें, ऐसी ही बातों पर ध्यान दें। जो लोग बेफिजूल की बकवास करते हैं और आपको हमेशा पीछे खींचने की कोशिश करते हैं, और हमेशा आपके काम की गलतियां निकालते रहते हैं, ऐसे लोगों से दूर ही रहने की कोशिश करें या उनकी बातों को इग्नोर करें।
सलाह – दूसरों की अच्छी और जरूरी बातों पर ही ध्यान दें। - भाग्यांक 2 वालों को इस बात को समझना होगा कि ज्यादा इमोशनल होना और छोटी-छोटी बातों के लिए दूसरों पर ज्यादा डिपेंड रहना भी अच्छी बात नहीं है। इसलिए अपने फैसले खुद लें। अगर आपको डिसीजन लेने में तकलीफ होती है, तो छोटे-छोटे डिसीजन लेने से शुरुआत करें। अगर छोटे डिसीजन गलत हुए, तो आपको अनुभव मिलेगा जिससे आप और अच्छे से डिसीजन ले पाएंगे। जितना हो सके, इंडिपेंडेंट बनने की कोशिश करें। इससे आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा और आप खुद की इज्जत करना भी सीखेंगे।
सलाह – अपने डिसीजन खुद लेने की कोशिश करें। - अगर आपको किसी से ना कहना है, तो उसे कहने में ज्यादा विचार न करें और किसी के डर या दबाव में आकर किसी का काम न करें। अपने अंदर हिम्मत लाएं और जहां जरूरत हो, वहां ना जरूर करें।
सलाह – ना कहने की हिम्मत रखें। - भाग्यांक 2 वालों को इस बात को समझना होगा कि किसी की उतनी ही मदद करें जिससे कि आपका खुद का नुकसान न हो। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि जरूरत से ज्यादा किसी की मदद भी नहीं करनी चाहिए। इससे आपके भोले स्वभाव का दूसरे लोग फायदा उठा सकते हैं। इसलिए दूसरों की उतनी ही मदद करें जिससे कि आपका नुकसान न हो।
सलाह – मदद उतनी ही करें जिससे कि आपका नुकसान न हो।
भाग्यांक 2 के व्यक्ति पर अपने आसपास के माहौल का बहुत ज्यादा इम्पैक्ट पड़ता है। तो ऐसे में इनको हमेशा ऐसे लोगों में रहना चाहिए जो कि इनको जिंदगी में आगे बढ़ने में मदद करें।
सलाह – अच्छे लोगों की संगत में रहें। - भाग्यांक 2 वालों को अपने मूड स्विंग्स के ऊपर कंट्रोल लाना है, तो इनको योगा और मेडिटेशन को जरूर करना चाहिए। इससे इनका मन भी शांत होगा और अपनी बातों को अच्छे से कह सकेंगे।
सलाह – अपने डेली रूटीन में योगा और मेडिटेशन करने की आदत डालें।
इसे पढे – भाग्यांक 2 के बारे में पूरी जानकारी | - हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि खुद को दूसरों के साथ कम्पेयर नहीं करना है। कोई भी परफेक्ट नहीं होता। सबके पास कुछ न कुछ कमियां जरूर होती हैं। इसलिए हमेशा अपनी कमियों को लेकर दूसरों से कम्पेयर करने की बजाय इसके ऊपर काम करने की कोशिश करें।
सलाह – खुद को दूसरों के साथ कम्पेयर न करें।
निष्कर्ष –
भाग्यांक 2 के लोग बहुत ज्यादा इमोशनल होते हैं, जो कि अक्सर दूसरों की परवाह करते हैं, कई बार इनमें देखा गया है कि इनको दूसरों के साथ अपनी मन की बातों को बताने में तकलीफ होती है। भाग्यांक 2 के बहुत से लोगों में यह देखा गया है कि ये जल्दी किसी पर भी भरोसा कर लेते हैं और दूसरों की मदद करने के लिए तैयार हो जाते हैं। इनके लिए योगा और मेडिटेशन को अपने डेली रूटीन में शामिल करना बहुत अच्छा साबित हो सकता है, इससे इनको मानसिक शांति और अपनी बात रखने का कॉन्फिडेंस मिलेगा। इनको अगर जिंदगी में आगे बढ़ना है, तो जरूरत होने पर दूसरों को ना कहना सीखना होगा।
हमने भाग्यांक 2 के बारे में जो भी जानकारी दी है, उसके लिए हमने बहुत रिसर्च और अभ्यास किया है। कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, जिससे कि हमें यह पता चले कि हमारा किया हुआ अभ्यास और रिसर्च आपके कितनी काम आई है और दी गई जानकारी में से आप कितनी बातों से जुड़ पाते हैं। आपका एक कमेंट हमें बेहतर तरीके से काम करने में मदद करेगा। भाग्यांक 2 के बारे में और जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहें। यह भी आपको जानना जरूरी है कि जब भी आपकी कुंडली देखी जाती है, तो सिर्फ आपका भाग्यांक नहीं देखा जाता है, उसके साथ-साथ आपकी राशि, मूलांक , आपका गण कौन सा है (मनुष्यगण है या राक्षसगण), आपका तत्व कौन सा है (अग्नि है या जल तत्व है?), आप किस नक्षत्र में पैदा हुए हैं, इस सबके बारे में देखा जाता है। तो इससे आपको अपने पूरे स्वभाव के बारे में पता चल सकता है। तो आप हमारे साथ जुड़े रहें, जिससे कि आप इन सब के बारे में भी जान सकें और इन्हीं बातों को जानकर जिंदगी को और बेहतर बना सकें। और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सभी लोगों को सद्बुद्धि दें, सबका अच्छा हो, और सभी लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए जीवन में आगे बढ़े और भाग्यांक 2 से जुड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें, और प्रेम से बोलें “राधे राधे”।