Mulank 8 : मूलांक 8 के जीवन में इतनी परेशानी क्यों रहती है ? जानिए वजह|

मूलांक 8 के जातकों का स्वामी ग्रह शनि होता है, और शनि ग्रह जाना जाता है मेहनत और धीमी गति के लिए। मूलांक 8 के जातकों का स्वामी ग्रह शनि है, जिसकी वजह से कई बार इन्हें हर काम में देरी महसूस होती है, और जो भी मूलांक 8 के व्यक्ति काम को प्लानिंग और डिसिप्लिन के साथ नहीं करते हैं, उनके काम करते वक्त कोई न कोई परेशानी जरूर आती है। न्यूमेरोलॉजी के हिसाब से, अगर सबसे ज्यादा परेशानी किसी मूलांक को होती है, तो वह मूलांक 8 के जातक होते हैं। इनके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं, या किसी भी काम को पूरा होने में इन्हें दो-तीन बार ट्राई करना ही पड़ता है, तभी जाकर इन्हें सफलता मिलती है।मूलांक 8 के लोगों को अगर अपनी लाइफ की परेशानी कम करनी है, तो इन्हें हर शनिवार शनि देव के मंदिर जाकर दर्शन करने चाहिए। हर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें, और शनिवार को हनुमान मंदिर जाकर दर्शन करें। इससे हर सिचुएशन से लड़ने की हिम्मत मिलेगी, और लाइफ में आने वाली परेशानियां कम होंगी।आइए अब जानते हैं कि मूलांक 8 के जातकों को किन गलतियों को करने से बचना चाहिए, जिससे उनका समय और पैसा बर्बाद न हो।

Mulank 8 hindi

मूलांक 8 के फैक्टस

  • बहुत सहनशील: मूलांक 8 के जातकों का कभी भी काम जल्दी नहीं होता है, और दूसरों के मुकाबले किसी भी चीज को पाने के लिए इन्हें ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिसकी वजह से ये बहुत ही धैर्यवान बन जाते हैं |
  • डिसिप्लिन: अगर सभी मूलांक में से देखा जाए तो मूलांक 8 के जातक सबसे ज्यादा डिसिप्लिन में रहते हैं और अपने गोल्स को पूरा करने के लिए हमेशा उतनी कड़ी मेहनत भी करते है।
  • प्रैक्टिकल सोच: मूलांक 8 के लोग चीजों को लेकर बहुत ही ज्यादा प्रैक्टिकल होते हैं और बेफिजूल की बातों पे और चीजों पे पैसे और वक्त बिल्कुल भी बर्बाद नहीं करते हैं, इनकी यही सोच इन्हें दूसरों से अलग बनाती है। इनकी इसी आदत की वजह से ही पैसों को ज्यादा सेव कर पाते हैं और अपना वक्त भी बर्बाद होने से बचा लेते हैं।
  • क्लीअर गोल: हमेशा अपने गोल्स को लेकर बहुत ही क्लीअर रहते हैं और उसी बात के ऊपर अपना पूरा फोकस रखते हैं, इसी बात की वजह से वो धीरे-धीरे अपने लक्ष्य तक पहुँच ही जाते हैं।
  • ईमानदार और न्यायप्रिय: मूलांक 8 के जातक अपने वसूलो के बहुत ही पक्के होते हैं और हमेशा दूसरों के साथ पूरी ईमानदारी से रहने की पूरी कोशिश करते हैं। अगर किसी के साथ गलत होता है तो उनके साथ खड़े रहने से भी बिल्कुल नहीं डरते हैं।
  • बातचीत: ये बातचीत बहुत ही सोच-समझकर करते हैं और बेफिजूल की बातों में बहुत कम ही उलझते हैं, जितना जरूरी हो, सिर्फ उतनी बातों को बोलने की कोशिश करते हैं।
  • व्यवहारिक: पैसों के मामले में दूसरों के मुकाबले मूलांक 8 वालों को बहुत ही ज्यादा समझ होती है और पैसों को बहुत ही सोच-समझकर खर्च करते हैं, इनसे जितना हो सकता है उतना पैसों को बचाने के बारे में सोचते हैं। पैसों को इन्वेस्ट करते समय भी बहुत ही सोच-समझकर करते हैं। इनका व्यवहारिक समझ की वजह से ही ये अच्छे से व्यवहार कर पाते हैं।
  • आध्यामिक: मूलांक 8 के जातकों के जिंदगी में दूसरों से ज्यादा परेशानी आती है और ये बहुत जल्दी जिंदगी जीने के तरीके को भी समझ लेते हैं, जिसकी वजह से बहुत ही आध्यात्म से जुड़े रहते हैं और अपने डेली रूटीन में योगा और मेडिटेशन जैसी चीजों को शामिल करते है |

मूलांक 8 की कमजोरी

  • कम घुलना-मिलना: मूलांक 8 के जातकों में कई बार देखा गया है कि ये कम ही बातचीत करते हैं और दूसरे लोगों के साथ कम ही घुलते-मिलते हैं। सिर्फ अपने ही विचारों में खोए रहते हैं, इनके इस स्वभाव की वजह से दूसरे इन्हें घमंडी समझ लेते हैं, और इनकी इसी आदत की वजह से ये समाज से दूर रह जाते हैं। एक समय बाद खुद को अकेला महसूस करते हैं।
  • जिद्दी स्वभाव: जब भी किसी बात को करने की ठान लेते हैं तो दूसरों की राय की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं और सिर्फ अपनी बातों पर ही अड़े रहते हैं। इनकी जिद्दी स्वभाव की वजह से दूसरों को कितनी तकलीफ होती है, इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते हैं।
  • कठोर नियम: बहुत बार देखा गया है कि अगर ये कोई नियम बना लेते हैं तो अपने परिवार और करीबी लोगों को भी उसमें ढालने की पूरी कोशिश करते हैं और जिस जगह जरूरी नहीं है, उस जगह पर भी ज्यादा नियमों का पालन करने की कोशिश करते हैं।
  • जल्दी जुड़ न पाना: ये दूसरों के ऊपर जल्दी भरोसा नहीं कर पाते हैं और किसी के साथ दिल से जुड़ पाना भी इन्हें बहुत ही मुश्किल सा लगता है। इनकी इसी आदत की वजह से ये अपनी मन की बातों को भी किसी के साथ जल्दी शेयर नहीं कर पाते हैं, और मन की बातों को अंदर ही दबाकर रखने से इन्हें घुटन सी महसूस होती है।
  • मन में रखना: दूसरों की कही हुई बातों को जल्दी नहीं भूलते हैं और अगर किसी ने इनके साथ बुरा बर्ताव किया हो तो उसे जल्दी माफ नहीं कर पाते हैं।

उपाय (REMEDY)

  • मूलांक 8 के जातकों का स्वामी ग्रह शनि होता है, और शनि ग्रह का दिन शनिवार को कहा जाता है। इसलिए शनिवार के दिन उपवास करना शनि ग्रह को कुंडली में मजबूत भी करता है और शनि ग्रह के बुरे प्रभावों को भी कम करता है।
  • अगर शनि ग्रह के कारण जिंदगी में परेशानी आ रही है, तो हर शनिवार अपने घर के टॉयलेट को रात के समय साफ करें। ऐसा करने से शनि और राहु ग्रह के बुरे प्रभाव भी कम होते हैं।
  • शनि ग्रह को लेबर और मजदूरों के साथ जोड़ा जाता है, इसलिए हमेशा जो भी छोटा और मेहनत का काम करने वाले लोग हैं, उनका सम्मान करें। अगर इनके साथ बुरा बर्ताव करते हैं, तो ऐसा करने से भी शनि ग्रह कमजोर होता है।
  • शनि ग्रह को काले रंग के साथ जोड़ा जाता है, इसलिए शनिवार के दिन काले कपड़े, काली मूंग की दाल और काले तिल का दान करें।
  • शनि ग्रह को मेहनत और डिसिप्लिन के साथ जोड़ा जाता है, इसलिए अपने डेली रूटीन में आधा घंटा वर्कआउट करने की आदत डालें और हो सके तो हर रोज जमीन पर चलें।
  • पानी में काले तिल डालकर नहाने से भी शनि ग्रह मजबूत होता है। अगर देखा जाए, तो आप सरसों का तेल भी अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐसा करने से भी शनि ग्रह मजबूत होता है।
  • मंगलवार के दिन से हनुमान चालीसा का पाठ करें और हो सके तो हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी के सामने सरसों के तेल का दिया जलाए और उनसे अपने बुरें कर्मों की माफी मांगे |
  • शनिदेव को ईमानदारी और सच्चाई पसंद है, इसलिए हमेशा सच बोलें और ईमानदारी से जीवन जिएं।
  • शनि ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए उनके मंत्र का जाप करें। यह जाप शनिवार से शुरू करें और इसे दिन में कम से कम तो 21, 51, या 108 बार जाप करें |
    मंत्र – “ॐ शं शनैश्चराय नमः”

निष्कर्ष –
मूलांक 8 के जातकों के बारे में हमने यह जाना कि दूसरों के मुकाबले इनकी जिंदगी में ज्यादा परेशानियाँ रहती हैं, और किसी भी चीज को पाने के लिए इन्हें दूसरों से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसी वजह से ये जिंदगी में धैर्य रखने की क्षमता विकसित कर लेते हैं। चीजों और काम को लेकर ये बहुत ही ज्यादा प्रैक्टिकल होते हैं और अपना वक्त व पैसा बिल्कुल भी बर्बाद नहीं करते। इसी आदत की वजह से ये जिंदगी में आगे बढ़ पाते हैं। इन्हें जिंदगी में क्या करना है, इस बात को लेकर ये बहुत ही स्पष्ट होते हैं और हमेशा अपने गोल्स को पूरा करने के बारे में सोचते रहते हैं। ये अपने वसूलों के बहुत ही पक्के होते हैं और हमेशा अपना काम ईमानदारी से पूरा करने की कोशिश करते हैं। साथ ही, ये इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि किसी के साथ कुछ गलत न हो।ये ज्यादा बातूनी नहीं होते और हमेशा मुद्दे की बात करते हैं। ज्यादा बातचीत करना इन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं होता, और कई बार तो ये ज्यादा घुलते-मिलते भी नहीं हैं। शनि ग्रह इनका स्वामी ग्रह होने की वजह से इनके काम बहुत ही धीरे-धीरे होने लगते हैं।